रोजाना कोरोना पर जो हेल्थ बुलिटेन जारी कर रही है उसकी रिकॉर्डिंग के लिए 6 कर्मचारी होते हैं। यह क्रम शुक्रवार तक चला। इस तरह पल्लवी जैन ने इन कर्मचारियों की जान को भी जोखिम में डाला।
बेटे के अमेरिका से लौटने पर पल्लवी जैन ने सफाई देते हुए कहा कि बेटा 16 मार्च को अमेरिका से लौटा था। सरकार ने 10 मार्च को 12 देशों से आने वाले यात्रियों के बारे में अधिसूचना जारी की थी। इसमें अमेरिका नहीं था। मेरा बेटा 16 मार्च से 30 मार्च तक क्वारंटाइन रहा। उन्होंने कहा कि मेरे परिवार ने जांच कराई है।
स्वास्थ्य विभाग के एडिशनल डायरेक्टर वीणा सिन्हा का बेटा भी अमेरिका में कोरोना के कहर के कारण भोपाल लौटा, लेकिन वीणा भी क्वारंटाइन नहीं हुईं। वे शनिवार को संक्रमितों की श्रेणी में आ गई हैं।
इंटीग्रेटेड डिसीस सर्विलांस प्रोग्राम के संचालक प्रमोद गोयल 21 मार्च को इंदौर से आए, लेकिन न तो उनकी स्क्रीनिंग हुई न ही कोई जांच को पहुंचा। जबकि वे यहां काम करते रहे। इस दौरान उनसे कई अफसर, डॉक्टर और कर्मचारियों ने उनसे मुलाकात की। अब उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।