आदेश में उल्लेख किया गया है कि स्कूल, कॉलेज और सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे।
देवउठनी एकादशी के दिन से चातुर्मास समाप्त हो जाता है और इस दिन से शुभ-मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है। इस दिन से मांगलिक कार्यों की शुरुआत होगी। इसे देव दिवाली के रूप में भी मनाया जाता है। एकादशी के दिन घर-आंगन दीपों की रोशनी से जगमग होंगे और साथ ही आतिशबाजी भी होगी।
देवउठनी एकादशी पर क्या होता है
देवउठनी एकादशी के दिन से चातुर्मास समाप्त हो जाता है और इस दिन से शुभ-मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है। इस दिन से मांगलिक कार्यों की शुरुआत होगी। इसे देव दिवाली के रूप में भी मनाया जाता है। एकादशी के दिन घर-आंगन दीपों की रोशनी से जगमग होंगे और साथ ही आतिशबाजी भी होगी।
इंदौर कलेक्टर ने छुट्टी की घोषणा के आदेश में कहा है 01 नवम्बर 2024 का स्थानीय अवकाश निरस्त करते हुए दिनांक 12 नवम्बर 2024 (देवउठनी ग्यारस) मंगलवार का संपूर्ण जिले के लिये स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है।
सागर जिला कलेक्टर संदीप जीआर ने कैलेण्डर वर्ष 2024 में सागर के लिए निम्नलिखित तिथि को पूरे दिवस के लिए तीसरा स्थानीय अवकाश घोषित करता किया है। रतलाम कलेक्टर राजेश बाथम ने 12 नवंबर 2024 को मंगलवार को देवउठनी ग्यारस के अवसर पर स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है। इससे पहले भी 1 नवंबर को गोवर्धन पूजा के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था, लेकिन तब 1 नवंबर को रतलाम में छुट्टी नहीं थी।
ठीक इसी तरह एमपी के सरकारी के सरकारी कैलेंडर के अनुसार 15 नवंबर को भी छुट्टी घोषित की गई है। 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा, गुरुनानक जयंती और बिरसा मुंडा जयंती है। ये भी पढ़ें- 15 नवंबर को रहेगा सार्वजनिक अवकाश, बंद रहेंगे स्कूल-कॉलेज
13 नवंबर को बुधनी-विजयपुर में अवकाश
बुधनी और विजयपुर सीटों पर उपचुनाव होने हैं। जिस वजह से 13 नवंबर को अवकाश घोषित किया गया है। यह छुट्टियां सिर्फ इन्हीं विधानसभाओं के लिए रहेंगी। ये भी पढ़ें- सरकार ने घोषित की कल की छुट्टी, बंद रहेंगे दफ्तर और स्कूल-कॉलेज