मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अक्सर बयानों से सुर्खियों में रहते हैं। इस बार वे गुरुवार को हुए पुलवामा आतंकवादी हमले पर बयान देकर उलझ गए। उन्होंने ट्वीट में कहा कि मैं इस कायराना हमले की निंदा करता हूं और वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। क्या मोदीजी आपको याद है, किस सरकार ने जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख आतंकवादी मसूद अजहर को छोड़ा था? आतंकवादियों से समजौचा करना किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं है।
दिग्विजय सिंह यहां भी नहीं रुके उन्होंने एक घंटे बाद दो ट्वीट और कर दिए। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि 2500 सीआरपीएफ जवानों का कानवाय जा रहा था, आने-जाने वाली गाड़ियों को सर्च क्यों नहीं किया गया? इतनी बड़ी घटना हो गई क्या आईबी एवं रॉ को जानकारी नहीं मिल पाई? क्या यह Intelligence Failure नहीं है? क्या केंद्र सरकार इसकी जांच कराएगी, क्या एनएसए महोदय की जिम्मेदारी नहीं है?
देश पर हुए अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले के बाद देशभर के लोगों में गुस्सा है। मध्यप्रदेश में भी नेताओं के साथ ही आम लोग भी व्यथित हैं और जल्द से जल्द बदले की कार्रवाई चाहते हैं।
पाकिस्तान की कायराना हरकत
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह ने भी ट्वीट कर पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पीत कर घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। चौहान ने कहा है कि इस कायराना हमले का जरूर जवाब दिया जाएगा।
शांति भंग करने की कोशिश
मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी ट्वीट कर कहा है कि पड़ोसी देश में पल रहे जैश ए मोहम्मद के आतंकवादियों ने फिर जम्मू-कश्मी की शांति को भंग करने की कोशिश की है। सीआरपीएफ के जवानों पर हुए इस कायराना हमले की देश निंदा करता है। विजयवर्गीय ने जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की है।