प्रदेश के देवास निवासी आशाराम चौधरी जिसके पिता कूड़ा बीनने का काम करते है। उसका सपना था कि वह डॉक्टर बनें। जिसके चलते उसने पहले ही अटेम्प में एम्स का एग्जाम क्लियर कर लिया था। पर, आगे की पढ़ाई के लिए लगने वाली फीस भरने में वह असमर्थ था। जिसके चलते एक ट्विटर यूजर चंदर भारद्वाज ने इस व्यथा को शेयर किया। इस ट्विट को @bhaiyyajispeaks नाम के एक अकांउट ने रीट्वीट किया। जिसके अंतर्गत उन्होंने शिवराज सिंह चौहान से इस बच्चे की मदद करने की अपील की। इसके बाद कुछ ही घंटे में आशाराम की जिंदगी बदल गई।
इस ट्वीट के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रिप्लाई किया- ‘इस ओर ध्यान दिलाने के लिए शुक्रिया। मैंने देवास के कलेक्टर से तुरंत आर्थिक मदद उपलब्ध कराने को कहा है और वह अब आशाराम के संपर्क में हैं। आशाराम मेधावी विद्यार्थी योजना के लिए पात्र हैं और हम उनकी फीस भरेंगे। मैं उससे खुद बात करूंगा और इस सफलता के लिए बधाई दूंगा।’
सीएम शिवराज द्वारा मिली सहायता के बाद आशाराम की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। आशाराम की खुशी का सिलसिला यही तक नहीं थमा। शिवराज सिंह ने एक और ट्वीट किया और लिखा, ‘मुझे पता चला कि आशाराम के पास पक्का मकान भी नहीं है और उनके पास टॉइलट और बिजली की भी सुविधा नहीं है। हम उन्हें कई सरकारी योजनाओं के तहत ये सारी सुविधाएं देने जा रहे हैं।’
आपको बता दें की दूसरे ट्वीट के साथ फोटो भी शेयर किया, जिसमें देवास के कलेक्टर खुद अपने कार्यालय में आशाराम को आर्थिक मदद का प्रमाणपत्र देते नजर आ रहे हैं।