वहीं इस खबर के समाने आते ही मध्यप्रदेश की भाजपा नेताओं ने भी चुनावों के बीच तंज कसते हुए जवाब दिया है। इसी के चलते भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजो मालवीय ने कहा है कि उनकी माफ़ी का असर सभी कार्यकर्ताओं के व्यवहार पर दिखनी चाहिये, सूर्य पर कीचड़ उछालने से अपने ऊपर ही कीचड़ आती है, राहुल की मनःस्थिति का पता तो चल ही गया सबको।
दरअसल चौकीदार चोर है इस बयान के सामने आने के बाद से ही मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में भाजपा समर्थक, कार्यकर्ता के अलावा नेता तक इस बयान को लेकर नाराज बने हुए थे। वहीं कांग्रेस की ओर से इस बयान को लगातार सामने लाया जा रहा था।
सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव के आवेश में उन्होंने यह बयान दे दिया था। राहुल के खिलाफ दायर अवमानना याचिका पर सोमवार को राहुल की ओर से कहा गया कि हां मैं मानता हूं कि सुप्रीम कोर्ट ने कभी नहीं कहा चौकीदार चोर है।
मेरी ओर से यह बयान चुनाव प्रचार के दौरान उत्तेजना में दिया गया था। राहुल ने कहा कि आगे से पब्लिक में कोई भी ऐसी बयानबाजी नहीं करूंगा। जब तक कि कोर्ट में ऐसी बात रिकॉर्ड में न कही गई हो। अंत में राहुल गांधी ने कहा कि मेरे बयानों का राजनीतिक विरोधियों द्वारा दुरुपयोग किया गया है।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हम ये साफ करना चाहते हैं कि उत्तरदाता ने जो कुछ सुप्रीम कोर्ट के हवाले से कहा है वो गलत है, कोर्ट ने ऐसी कोई टिप्पणी नहीं की है। हम केवल दस्तावेज की एडमिसिबल्टिी पर फैसला करते हैं। कोर्ट ने 15 अप्रैल को नोटिस जारी कर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से 22 अप्रैल तक जवाब देने को कहा था।
यह केस भाजपा सांसद सांसद मीनाक्षी लेखी की ओर से दायर किया गया था। सांसद मीनाक्षी ने अपनी याचिका में कहा था कि राफेल मामले पर कोर्ट के फैसले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ने हाल में जो टिप्पणी की है, वह कोर्ट की अवमानना है।
लेखी द्वारा दायर की गई याचिका में राहुल पर सुप्रीम कोर्ट के बयान को गलत तरह से पेश करने का आरोप है। गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल पर सुप्रीम कोर्ट के बयान को गलत तरीके से पेश करने का आरोप है।
चुनावी रैलियों में राहुल गांधी राफेल से जुड़े कई बयान देते रहते हैं। हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक चुनावी रैली में कहा था कि, ‘अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी कह दिया है कि चौकीदार चोर है।’
मीनाक्षी लेखी ने अपनी याचिका में कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने रफाल मामले में पुनर्विचार याचिका की सुनवाई के दौरान केंद्र की प्रारंभिक आपत्ति खारिज करते हुए कहा था कि वो द हिंदू में छपे रक्षा दस्तावेज पर विचार करेगा, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट के हवाले से ये बयान दिया कि सुप्रीम कोर्ट ने भी माना है कि ‘चौकीदार चोर’ है. याचिका में कहा गया है कि कोर्ट ने आदेश में ऐसा कुछ नहीं है इसलिए ये कोर्ट की अवमानना है।
अब तक राफेल डील को लेकर कांग्रेस और भाजपा लगातार आमने-सामने हैं. दोनों दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. पिछले दिनों राफेल डील (Rafale Deal) मामले में केंद्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की ओर से बड़ा झटका लगा था।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार की उन प्रारंभिक आपत्तियों को खारिज कर दिया, जिसमें सरकार ने याचिका के साथ लगाए दस्तावेजों पर विशेषाधिकार बताया था।
वहीं जानकार अब कांग्रेस के इस हमले को सेल्फ गोल मान रहे हैं।
दरअसल कुछ समय पहले पीएम ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर अपने नाम के आगे चौकीदार जोड़ा था। इसके बाद तो अपने नाम के आगे चौकीदार जोड़ने वालों की कतार लग गई।
जानकारों की मानें तो ऐसे में कांग्रेस ने ‘चौकीदार चोर है’ का नारा देकर सोचा था कि प्रधानममंत्री को घेरा जाएगा, लेकिन पीएम ने अपने नाम के आगे चौकीदार जोड़ कर कांग्रेस की उलझने बढ़ा दी।