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रेलवे के टै्रफिक इंस्पेक्टर ने कार्यालय में फांसी लगाकर की खुदकुशी, बेटे को फंदे पर लटके मिले पिता

locationभोपालPublished: Sep 23, 2018 12:54:43 am

Submitted by:

Sumeet Pandey

संत हिरदाराम नगर रेलवे स्टेशन में ड्यूटी के दौरान उठाया आत्मघाती कदम, शव राजस्थान लेकर रवाना हुए परिजन

railway traffic inspector commit suicide in office

railway traffic inspector commit suicide in office

भोपाल. संत हिरदाराम नगर रेलवे स्टेशन पर पदस्थ ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने सरकारी कक्ष में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना के बाद विभाग में सनसनी फैल गई। उनके सुसाइड का खुलासा शनिवार सुबह उस दौरान हुआ जब इंस्पेक्टर का बेटा पिता के कार्यालय पहुंचा। सुसाइड नोट नहीं मिलने से आत्महत्या की वजह का खुलासा नहीं हो सका है। जानकारी के मुताबिक, 54 वर्षीय बलवीर सिंह गुरू पश्चिम मध्य रेलवे मंडल भोपाल के संतहिरदाराम रेलवे स्टेशन पर ट्रैफिक इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थ थे। उनका कार्य संत हिरदाराम नगर से लेकर काली सिंध तक दूरभाष पर निरीक्षण कर वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी देना था। शनिवार को वह ड्यूटी समय से एक घंटे पहले ही कार्यालय आ गए। स्टेशन मास्टर मनीष मिश्रा से मुलाकात करने के बाद वह अपने कमरे में चले गए। एक घंटे तक काम करने के बाद सारी लोकेशन हासिल की और अपने सीनियर को फारवर्ड कर दी। सुबह करीब सवा आठ बजे उनका बेटा राकेश पिता के कार्यालय पहुंचा। अंदर से दरवाजा बंद मिलने पर उसने आवाज दी, लेकिन कोई जवाब नहीं आने पर खिडक़ी से देखा तो पिता फंदे पर लटके मिले। दरवाजा तोडकऱ राकेश जैसे ही अपने पिता के कक्ष में गया तो वे पंखे से झूलते मिले। राकेश की चीख सुनकर सारा स्टाफ कमरे की तरफ भागा और उन्हें नीचे उतारा। तब तक काफी देर हो चुकी थी।
रेलवे एम्पलाईज यूनियन के रहे सहायक सचिव

बलवीर वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मेन्स एम्पलाईज यूनियन के सचिव थे। साथ ही यूनियन के शाखा अध्यक्ष का भी प्रभार था। उनके बड़े बेटे सागर रेलवे में गार्ड है जबकि बेटी राजस्थान में एक निजी कंपनी में जॉब करती है। एक बेटा राकेश साथ रहता था। इन दिनों बेटी भी घर पर आई हुई है। ऐसी आशंका जताई जा रही कि घरेलू कलह के चलते रेलवे निरीक्षक ने यह कदम उठाया होगा। हालांकि परिवार के किसी भी सदस्य ने किसी को भी कुछ नहीं बताया। पीएम के बाद परिजन शव लेकर गृह नगर राजस्थान, ग्राम पनामा रवाना हो गए। बलवीर का परिवार बीते सात साल से स्टेशन के बाहर बने सरकारी मकान में रह रहा है।
मौत से सब अनजान
इधर, घटना की जानकारी मिलते ही दाहोद से लेकर भोपाल से रेलवे कर्मचारी यूनियन के अनेक पदाधिकारी संत हिरदाराम नगर पहुंच गए। लेकिन मौत के कारणों का खुलासा नहीं हो सका। उन्होंने अपने किसी भी सहकर्मी से कोई समस्या पूर्व में नहीं बताई थी। जीआरपी सीहोर के कर्मचारी भी मौके पर आए। जीआरपी केस की जांच कर रही है।
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