राज्यपाल के सचिव मनोहर दुबे ने बताया कि राजभवन परिसर के 395 व्यक्तियों की कोविड 19 की जांच की गई है। पूर्व में प्राप्त 10 पॉजीटिव प्रकरणों के अलावा शेष सभी 385 जांच की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं। उन्होंने बताया कि राज्यपाल के निवास क्षेत्र में बिना अनुमति के किसी भी व्यक्ति का आवागमन नहीं होगा। राजभवन में प्रवेश द्वार और लाल कोठी में प्रवेश के समय अलग-अलग थर्मो स्कैनिंग की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक व्यक्ति के थर्मो स्कैनिंग का विवरण संधारित किया जा रहा है।
सभी संपर्क स्थानों पर सेनेटाइजेशन की अनिवार्यता है। प्रत्येक आगंतुक से सर्दी-जुकाम, बुखार आदि के लक्षण नहीं होने होने का घोषणा पत्र भी लिया जा रहा है। आगंतुक को सभी प्रकार की सावधानियां और प्रोटोकाल जैसे दो गज दूरी रखने, मास्क एवं शू कव्हर पहनने, सेनेटाइजेशन और थर्मल स्क्रीनिंग आदि सुनिश्चित करने के बाद ही मुलाकात की अनुमति मिलती है।
राज्यपाल की डयूटी में कार्यरत कर्मचारियों को उसी क्षेत्र में ठहराने की व्यवस्था की गई है। सभी कर्मचारियों को कोरोना टेस्ट करवाने के उपरांत स्वस्थ कर्मचारियों को ही इस क्षेत्र में ठहराया गया है। राज्यपाल के निवास क्षेत्र में ठहरने वाले कर्मचारियों द्वारा मास्क, ग्लब्स एवं सेनेटाइजेशन जैसे सुरक्षा मानको का पूर्णतः प्रयोग सुनिश्चत किया गया है। राज्यपाल की आवश्यकतानुसार कारकेड की उपलब्धता की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गयी है।
51 जिलों में संक्रमण
मध्यप्रदेश के 51 जिलों में कोरोना वायरस के संक्रमित मिले हैं। वहीं, दूसरी तरफ प्रदेश में कंटेनमेंट क्षेत्र 958 हैं। बता दें कि अनलॉक 1.0 में 30 जून तक कंटेनमेंट क्षेत्रों में लॉकडाउन रहेगा। राजभवन के कंटेनमेंट क्षेत्र में आने से शिवराज मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर भी खबरें आ रहीं थी कि नए मंत्रियों को शपथ कहां दिलाई जाएगी।