गाड़ी में आग लगने के कारण बॉडी पूरी तरह से जल चुकी थी। गाड़ी की पहचान नंबर के आधार पर अशोक तिवारी के रूप में की गई थी, लेकिन वह उस गाड़ी में थे कि नहीं इसकी पुष्टि के लिए पुलिस ने उनके परिजनों से संपर्क किया। परिजनों ने बताया कि वह लीमा जाने के लिए निकलने थे। मामले की जानकारी उनकी श्यामपुर थाने में आरक्षक के पद पर पदस्थ बेटी श्वेता तिवारी को लगी। श्वेता ने मौके पर पहुंचकर उनकी पहचान गले में पहन रखे लॉकेट एवं चेन से की।
अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (एसडीओपी) नागेन्द्र सिंह बैस ने बताया, कार एवं डंपर की टक्कर में पुलिस उपनिरीक्षक अशोक तिवारी की मौत हो गयी। वह राजगढ़ जिले के लीमाचौहान थाने के प्रभारी थे। बैस ने बताया कि राजगढ़ जिले के बोड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत पनवाड़ी गांव के समीप डंपर ने उनकी कार को टक्कर मार दी, जिससे कार जलने लगी। वह कार में फंस गये, जिससे उनकी जलकर मौत हो गयी। वह दो दिन की छुट्टी पर थे और इलाहाबाद में अपनी बेटी की सगाई कर भोपाल होते हुए लौट रहे थे तभी हादसा हो गया।