प्रदेश में बसपा के दो और सपा का एक विधायक है। इन दलों ने कांग्रेस सरकार का समर्थन किया। सत्ता परिवर्तन के साथ ही पार्टी विधायक भाजपा के साथ खड़े हो गए। राज्यसभा चुनाव के दौरान बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाह, रामबाई और सपा विधायक राजेश शुक्ला ने भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट दिया। सपा ने राजेश शुक्ला को पार्टी से निष्कासित कर दिया। बसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश की प्रतीक्षा कर रही है। संविधान के जानकारों का कहना है कि यदि पार्टी के आधे से अधिक या शत प्रतिशत विधायक पार्टी की गाइडलाइन के खिलाफ किसी अन्य दल का समर्थन करते हैं तो वे दल-बदल कानून के दायरे में नहीं आते। सपा-बसपा के शत प्रतिशत विधायकों ने भाजपा का समर्थन दिया है, ऐसे में विधायकी बची रहेगी।