ज्योतिषाचार्य पंडित जगदीश शर्मा बताते है कि साल 2019 में रक्षाबंधन गुरुवार के दिन पड़ेगा। ज्योतिष के अनुसार गुरुवार का दिन गुरु बृहस्पति को समर्पित होता है। पंडित जी बताते है कि पौराणिक मान्यता ये भी है कि गुरु बृहस्पति ने देवराज इंद्र को दानवों पर विजय प्राप्ति के लिए इंद्र की पत्नी से रक्षासूत्र बांधने के लिए कहा था जिसके बाद इंद्र ने विजय प्राप्ति की थी। राखी का त्योहार गुरुवार के दिन पड़ने से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया है।
ये है राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
भाई बहन का ये त्योहार हमेशा भद्रा और ग्रहण से मुक्त ही मनाया जाता है। शास्त्रों में भद्रा रहित काल में ही राखी बांधने का प्रचलन है। भद्रा रहित काल में राखी बांधने से सौभाग्य में बढ़ोत्तरी होती है। इस बार रक्षा बंधन पर भद्रा की नजर नहीं लगेगी। साथ ही श्रावण पूर्णिमा भी ग्रहण से मुक्त रहेगी जिससे रक्षाबंधन का महत्व कई गुना बढ़ जाएगा। ये हैं शुभ महूर्त…
रक्षा बंधन तिथि – 15 अगस्त 2019, गुरुवार
पूर्णिमा तिथि आरंभ 14 अगस्त -15:45
पूर्णिमा तिथि समाप्त 15 अगस्त- 17:58
भद्रा समाप्त- सूर्योदय से पहले
करें इस मंत्र का उच्चारण
पंडित जी बताते है कि बहनें इस बात का विशेष ध्यान रखें कि राखी बांधते समय ” येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबलः, तेन त्वां मनुबध्नामि, रक्षंमाचल माचल “ मंत्र का जाप जरूर करें। इस मंत्र का अर्थ ये है कि जिस रक्षासूत्र से महान शक्तिशाली राजा बलि को बांधा गया था, उसी सूत्र से मैं तुम्हें बांधता हूं। हे रक्षे (राखी), तुम अडिग रहना। अपने रक्षा के संकल्प से कभी भी विचलित मत होना। इस मंत्र के उच्चारण से भाई-बहनों के बीच कभी भी किसी प्रकार का विवाद नहीं होता है। साथ ही भाई की उम्र भी लंबी होती है।