वीडियो कांफ्रेंस में जानकारी दी गई कि प्रदेश में कोरोना के रेपिड एन्टीजेन टेस्ट की प्रक्रिया आरंभ हो गई है। प्रदेश में 31 जुलाई को 507 तथा एक अगस्त को 1021 टेस्ट किये गये। इससे कोरोना प्रभावित व्यक्तियों का त्वरित चिन्हांकन संभव होगा।
सभी जिलों को कोरोना टेस्ट की सेम्पलिंग बढ़ाने और कोरोना प्रभावित व्यक्तियों की कान्टेक्ट हिस्ट्री को चिन्हित कर सम्पर्क में आये व्यक्तियों की जांच आदि की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश भी दिये गये। सभी जिलों में क्राईसेस मैनेजमेन्ट ग्रुप द्वारा कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति की समीक्षा और तदृनुसार प्रबंधन सुनिश्चित करने संबंधी जानकारी भी ली गई।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मरीज तक एम्बुलेंस कितने समय में पहुंचती है इसकी निगरानी आवश्यक है। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने जानकारी दी कि सभी जिलों में एम्बुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था है तथा कलेक्टर्स को आवश्यकता होने पर अतिरिक्त एम्बुलेंस की व्यवस्था करने के लिये राशि भी उपलब्ध कराई गई। इसी तारतम्य में जानकारी दी गई कि प्रदेश में वेंटीलेटर सहित उपचार के लिये आवश्यक अन्य सभी मशीने पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हैं।