माहे रमजान में शुक्रवार का दिन विशेष रहा। तीसरे जुमे पर दोपहर को जुमे की नमाज अदा की गई। इसमें शामिल हजारों लोगों ने हाथ फैलाकर भीषण गर्मी से निजात के लिए रहमत की बारिश की दुआ की। पूरे साल में रमजान का महीना रोजों के कारण खास होता है। वहीं जुमे का दिन और भी खास होता है।
चौक स्थित शहर की जामा मस्जिद में दोपहर एक बजे जुमे की नमाज अदा की गई। यहां नमाजियों की संख्या इतनी थी तेज धूप के बावजूद मस्जिद और परिसर के अलावा बाहर सीढिय़ों पर भी लोग खड़े थे। ताजुल मसाजिद और मोती मस्जिद में भी जुमे की नमाज के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। नमाज के बाद कई लोगों ने रो-रो कर अपने गुनाहों के लिए अल्लाह से माफी मांग भलाई और नेक रास्ते पर चलने तौफीक देने की दुआ की।
रहमत का असरा, जारी है इबादत का सिलसिला रमजान माह का ये दूसरा असरा चल रहा है। इसे रहमत का असरा कहा जाता है। इसे खत्म होने में दो दिन बाकी है। 21वें रोजे से तीसरा असरा शुरू होगा। इस समय शहर की लगभग मस्जिदें नमाजियों से भरी हैं। इबादत का माहौल नजर आ रहा है। जिक्र और तिलावत का सिलसिला जारी है।
कई मस्जिदों में तरावीह के दौरान पूरा हुआ कुरान रमजान में तरावीह की विशेष नमाज अदा की जाती है। शहर की कई मस्जिदों में इस नमाज के दौरान कुरान पूरा हो गया है। शहर में करीब 400 मस्जिदें हैं। बीस रमजान के बाद ये सिलसिला और तेज हो जाएगा।