आज भी भाजपा की चिंता : मीडिया को संबोधित करते हुए डॉ रामकृष्ण कुसमारिया ने कहा, मैं भले ही निर्दलीय चुनाव लड़ रहा हूं लेकिन मुझे भाजपा की आज भी चिंता है। क्योंकि मैंने भाजपा के लिए संघर्ष किया है। २५-२५ पैसे में पार्टी के लिए अध्यक्ष बनाए हैं। अगर वो कहेंगे तो बाद में दोनों ही सीटें उनकी झोली में डाल देंगे। सरताज सिंह की बेज्जती से मैं दुखी हूं औऱ मेरा दिल रो रहा है पर ये तय है कि मेरे चुनाव लड़ने से भाजपा को फायदा हो रहा है। कांग्रेस के खाते में सीट जाने से बचाने के लिए मेरा चुनाव लड़ना जरूरी है वो इस बात को समझ नहीं रहे हैं।
मैं मानने को तैयार लिए: कुसमारिया ने नाम वापसी के सवाल का फिल्मी अंदाज में जबाव दिया। उन्होंने गाना गाते हुए कहा मचल गया रे बाबा लड़ने को। उन्होंने साफ किया कि वो अपना नामांकन वापस नहीं लेंगे। बता दें कि भाजपा ने रामकृष्ण कुसमारिया को टिकट नहीं दिया जबकि राजनगर विधानसभा सीट से वो टिकट मांग रहे थे। उन्होंने वित्त मंत्री जयंत मलैया के खिलाफ दमोह और पथरिया विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन फॉर्म भरा है।