ताजा मामला बैतूल जिले के सारनी थाना क्षेत्र का है, जहां 13 साल की बच्ची के साथ ज्यादती की गई और उसे जिंदा ही दफना दिया गया। उसकी सिसकियों की आवाज सुनकर उसे गड्ढे में से बाहर निकाला गया, अब बच्ची अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है।
सारनी में 40 साल के एक आदमी ने 13 साल की बच्ची के साथ ज्यादती की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक पीड़ित बच्ची एक खेत में मोटर बंद करने के लिए गई थी। इसी दौरान वहां बगल वाले खेत के मालिक ने बच्ची को बहला-फुसलाकर बुला लिया और उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। किसी को इस वारदात की खबर न लगे, इसके लिए आरोपी ने उसे जिंदा ही दफना दिया। जब पीड़िता काफी देर तक नहीं गई तो परिवार वाले उसे ढूंढने निकले। काफी देर तक उसके परिजन उसे ढूंढते रहे। कई घंटों बाद खेत के ही पास एक गड्ढे से पीड़िता के सिसकने और रोने की आवाज सुनाई दी।
परिजनों ने गड्ढे में देखा तो पत्थरों में से कराहने की आवाजें आ रही थीं। 13 साल की बच्ची पत्थरों के नीचे दबी हुई थी, उसकी महज सांसें चल रही थीं। परिजनों ने झाड़ियों और पत्थरों के नीचे से बाहर निकाला। इसके बाद परिजन पुलिस थाने पहुंचे। बच्ची को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत देख डाक्टरों ने उसे भोपाल के लिए रेफर कर दिया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पास्को एक्ट के साथ ही ज्यादती और हत्या के प्रयास आदि धाराओं में प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। लोग बेहद आक्रोशित हैं।
यहां भी 13 साल की बच्ची को बनाया शिकार
इससे दो दिन पहले प्रदेश के उमरिया जिले में भी 13 साल की एक बच्ची के साथ बलात्कार का मामला सामने आया था। शर्मनाक बाद यह है कि पांच दिनों में दो बार उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। शेष आरोपियों की भी तलाश की जा रही है।
सीधी में हुआ था विभत्स कांड इससे पहले 9 जनवरी की देर रात को सीधी जिले में एक 48 वर्षीय विधवा महिला के साथ भी चार लोगों ने ज्यादती की थी। आरोपियों ने महिला के निजी अंगों में कथित तौर पर लोहे की रॉड डाल दी थी।