चौक और झिरनो जिनालय में रत्नमयी जिन प्रतिमाओं को किया विराजमान
भोपाल. आचार्य विशुद्ध सागर के शिष्यों द्वारा प्रतिष्ठित होकर रत्नमयी जिन प्रतिमाओं को जिनालय में विराजमान किया गया। इन प्रतिमाओं को चौक और झिरनों जिनालय में विराजमान किया गया। ये प्रतिमाएं मुनि आदित्य सागर, मुनि अप्रामित सागर, मुनि सहज सागर द्वारा छिंदवाड़ा पंचकल्याणक में प्रतिष्ठित की गई थी। रत्नमयी जिन प्रतिमाओं की राजधानी में जयकारों के साथ अगवानी की गई। श्रद्धालुओं ने भक्ति नृत्य कर गीत गाकर जिन प्रतिमाओं की अगवानी की। इसके बाद जिन प्रतिमाओं को आदिनाथ जिनालय चौक एवं नेमिनाथ झिरनो जिनालय में विराजमान किया गया।
स्फटिक, माणिक रत्न की हंै प्रतिमाएं
प्रतिमाएं विराजमान करने वाले परिवारों में सचिन प्रतिभा द्वारा भगवान शांतिनाथ की माणिक की प्रतिमा, बाबूलाल-अशोक द्वारा भगवान जहरमोरा रत्न की प्रतिमा, ऋषभ जैन द्वारा भगवान पाŸवनाथ की स्फटिक रत्न की प्रतिमा, स्वतंत्र बड़कुल द्वारा मुनि सुब्रतनाथ की स्फटिक रत्न प्रतिमा, दिलीप-मिंगू परिवार द्वारा भगवान पाŸवनाथ की और महेन्द्र जैन परिवार द्वारा भगवान आदिनाथ की माणिक रत्न की प्रतिमा स्थापित की गई।
विश्वशांति के लिए योग साधना 16 से
भोपाल. कोरोना के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विवि में विश्वशांति के लिए योग साधना की जा रही है। इसी के तहत 16 से 18 जनवरी तक देश विदेश में ब्रह्माकुमारी के सभी सेवा केंद्रों पर साइलेंस मेडिटेशन का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। बीके रीना ने बताया कि इस साइलेंस मेडिटेशन में देश विदेश से कुल 10 लाख लोग शामिल होंगे। इसी के तहत रोहित नगर सेवा केंद्र में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। हर कोई अपने घर में बैठकर इस ऑनलाइन साइलेंस मेडिटेशन का अनुभव कर सकते हैं।