सोशल मीडिया में वायरल हो रहे मैसेज में दावा किया जा रहा है कि आरबीआई ने नया आदेश जारी किया है। इसके मुताबिक ऐसे नए नोट पूरी तरह से रद्दी कहलाएंगे जिनमें धार्मिक, पॉलिटिकल या बिजनेस से जुड़ा मैसेज या कोई ऑब्जेक्शनेबल वर्ड लिखा होगा तो बैंक इन्हें स्वीकार नहीं करेगा।
500 के नोट तो अभी भी काफी मात्रा में बाजार में आ रहे हैं। हां 2000 के जरूर कम दिख रहे हैं। लेकिन यदि ये नोट बंद होते हैं तो हमारे लिए परेशानी बढ़ जाएगी। क्या हमें फिर बदलवाने के लिए लाइन में लगना होगा। जो चल रहा है वो ही ठीक है।
– आरके मिश्रा, दुकानदार भोपाल
– डी सिंह, शॉपकीपर, भोपाल सच है बड़े नोट इकोनॉमी को नुकसान पहुंचाते हैं, इन्हें बंद कर ही देना चाहिए। पर बंद करने से पहले कुछ मौहल्लत जरूर देनी चाहिए। जहां तक नोटों पर लिखने का सवाल है तो ये वायरल मैसेज मैं भी देख चुकी हूं। नोट पर कुछ भी लिखना अनुचित ही है। अब व्यवसाय पर कोई खास असर तो नहीं पड़ेगा।
– एम शर्मा, डायरेक्टर, निजी कंपनी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरबीआई पॉलिटिकल, रिलिजियस या बिजनेस से जुड़ा मैसेज, स्लोगन या कोई ऑब्जेक्शनेबल वर्ड लिखा नोट लीगल नहीं मानता है। लेकिन इस वायरल मैसेज में ये झूठ ये कि गुजरात चुनाव के चलते ऐसे नोट्स 8 दिसंबर से बंद हो रहे हैं क्योंकि इस संबंध में नियम 2016 से ही लागू है।
सोशल मीडिया पर 1000 के नए नोट को लेकर भी चर्चाएं लंबे समय से चल रही हैं. हालांकि, आरबीआई ने स्पष्ट किया था कि वह फिलहाल 1000 के नए नोट नहीं लाएगा। लेकिन, सोशल मीडिया पर यूजर 1000 के नए नोट की फोटो तक डाल रहे हैं।