कोरोना में सेहत के प्रति लोगों को किया जागरूक करीब छह साल से बिदियां गोस्वामी जुम्बा इंस्ट्रक्टर और डांसर के रूप में काम कर रही हैं। इन्होंने बताया कि बचपन से डांसिंग का शौक था। अपने पैरों पर खड़े होने के लिए इसे प्रोफेशन के रूप में चुना। कोरोना काल के दौरान जब लोगों में सेहत के प्रति जागरूकता दिखा तो जुम्बा को चुना। यह डांसिंग का हिस्सा है। इसे सिखाने के लिए अकादमी शुरू की।
अवार्ड के लिए प्रदेश से एकमात्र प्रतिनिधि
मुम्बई में हुए आयोजन के दौरान देश के कई हिस्सों से प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। बिदियां प्रदेश से इकलौती प्रतिभागी थी। ये बताती है इस अवार्ड के बाद उत्साह दोगुना हो गया है। पहले आत्मनिर्भर बनने का जज्बा था लेकिन अब यह तय किया है कुछ बनकर दिखाना है जिससे अपने शहर का नाम रोशन कर सकूं। इस दिशा में काम शुरू कर दिया है।
मुम्बई में हुए आयोजन के दौरान देश के कई हिस्सों से प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। बिदियां प्रदेश से इकलौती प्रतिभागी थी। ये बताती है इस अवार्ड के बाद उत्साह दोगुना हो गया है। पहले आत्मनिर्भर बनने का जज्बा था लेकिन अब यह तय किया है कुछ बनकर दिखाना है जिससे अपने शहर का नाम रोशन कर सकूं। इस दिशा में काम शुरू कर दिया है।
झेलना पड़ा विरोध वे बताती हैं डांसिंग की जब शुरुआत की थी तो परिवार वालों का थोड़ा विरोध झेलना पड़ा। डांस के क्षेत्र में लकडिय़ों के जाने पर आपत्ति उठाई गई थी। पहले जो लोग विरोध करते थे उनमें से कई अब कामयाबी पर खुश हैं। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अब इन्होंने काम शुरू किया है। इस कड़ी में ये जागरूकता के लिए काम करेंगी। इन्होंने बताया कि जो दिक्कतें मैंने उठाई वह किसी और को न उठाना इसके लिए पहल करेंगी।