तबादलों की सिफारिशों का होगा सत्यापन, मंत्रियों को थमाई गाइडलाइन
भोपालPublished: Jul 30, 2021 08:10:47 pm
———————- फर्जी पत्र मिलने का साइड इम्पैक्ट, मंत्री जुटे परीक्षण में——————–
Chief Minister Shivraj Singh Chauhan
Jitendra Chourasiya, भोपाल। प्रदेश में तबादलों के लिए विधायकों-सांसदों के फर्जी पत्र मिलने के बाद अब तबादले की प्रक्रिया में परीक्षण की अनिवार्यता हो गई है। मंत्रियों को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए हैं कि बिना परीक्षण कोई तबादला सिफारिश के आधार पर न किया जाए। इसके तहत मंत्रियों को तबादलों की सिफारिशों का सत्यापन करना होगा। इसमें जिन विधायकों ने सिफारिशें की हैं, उनसे पूछने के बाद ही संबंधितों का तबादला होगा। कई मंत्री इस परीक्षण में जुट गए हैं। इसके तहत बकायदा संबंधितों से पूछा जा रहा है।
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दरअसल, हाल ही में सीएम कार्यालय ने फर्जी सिफारिशी पत्रों की गड़बड़ी को पकड़ा था। इसके बाद मामला क्राइम ब्रांच को दे दिया गया। लेकिन, अभी सभी विभागों में बड़ी संख्या में तबादलों की सूचियां जारी होने के इंतजार में हैं। अब इस मामले के सामने आने के बाद इनमें परीक्षण का पेंच लग गया है। मंत्रीगण बकायदा विधायक, सांसद व अन्य जनप्रतिनिधियों की सिफारिशों का सत्यापन कर रहे हैं। इसके तहत बिना परीक्षण के तबादले नहीं होंगे। खास तौर पर स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, नगरीय प्रशासन, राजस्व, पुलिस जैसे बड़े महकमों में परीक्षण की प्रक्रिया ज्यादा होना है।
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ये भी बड़ा दिलचस्प-
तबादलों की सिफारिशों में कुछ केस ऐसे भी सामने आ रहे हैं, जिनमें तबादले की सिफारिश करने वाला ही पीछे हट गया है। कुछ विधायकों से सिफारिश के मामले में पत्र तो सही बताए गए हैं, लेकिन विधायकों ने ही उन पत्रों पर तबादला करने से मंत्रियों को मना कर दिया है। ऐसे मामले बड़े विभागों में सामने आ रहे हैं।
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कैबिनेट में भी किया था सतर्क-
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बीती कैबिनेट में भी मंत्रियों को फर्जी पत्रों को लेकर सतर्क किया था। इसमें ऐसे पत्र पाए गए थे, जिनमें मैटर बदल दिया गया था। सीएम ने ऐसे फर्जी पत्रों से सावधान रहने के लिए कहा था। साथ ही स्टॉफ को लेकर भी सतर्कता बरतने के लिए कहा था।
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