इन 768 अधिकारियों के सेवा में आने के बाद 52 जिलों के सभी 313 विकासखण्ड में किसानों को तकनीकी मार्गदर्शन और शासन योजनाओं का लाभ मिल पाएगा। कृषि आदानों ( उपकरणों) की आपूर्ति के लिए भी ये मजबूत कड़ी हैं। अन्य विभाग भी अपनी योजनाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में इनके माध्यम से ही ले जाते हैं।
पासपोर्ट कार्यालय की तर्ज पर सत्यापन
प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने परीक्षा की प्रावीण्य सूची मार्च में जारी की थी। बरखेड़ी कलां स्थित राज्य कृषि विस्तार एवं प्रशिक्षण केंद्र में 22-26 मार्च तक दस्तावेजों का मिलान और सत्यापन जारी है। पासपोर्ट कार्यालय के तर्ज पर ऑनलाइन नंबर जारी कर रोजाना 200 अभ्यर्थियों को बुलाया जा रहा है। अभ्यर्थियों को अप्रेल में ब्लॉक में नियुक्ति दे दी जाएगी।
मनोहर गिरि, अध्यक्ष, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ का कहना है कि नए अधिकारियों की भर्ती के बाद तीन दशकों से अधिक से काम कर रहे आरएईओ का पदोन्नति का लाभ दिया जाना चाहिए। आरएइओ को सर्वेयरों के बराबर वेतनमान दिया जाए। संघ इन्हीं मांगों को लेकर अपना वार्षिक सम्मेलन करने जा रहा है, जिसमें प्रदेशभर अधिकारी उपस्थित रहेंगे।
28 मार्च तक चलेगी सत्यापन की प्रक्रिया
सत्यापन की प्रक्रिया 28 मार्च तक आयोजित होगी। इसके लिए अधिकारियों के दल बनाए गए हैं। सभी की अलग-अलग चरणों में सॉफ्टवेयर के माध्यम से एंट्री कराई जा रही है। जिसमें पहले चरण एंट्री मीटिंग में घरों को दी जाएगी। उसके अलावा दूसरे चरण में कैंपस में प्रवेश दिया जाएगा। तीसरे चरण में बायोमेट्रिक टेस्ट और सत्यापन कक्ष में प्रवेश के साथ चौथे चरण में सत्यापन पूरा होने की एंट्री की जाएगी। मामले में कमल पटेल का कहना है कि विभाग में भर्ती से शुरू से अंत तक युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं।