एक ओर जहां प्रदेश के खंडवा, बुरहानपुर, बैतूल में मानसून की दस्तक के बाद यह दो दिन बाद भी आगे नहीं बढ़ा है। हालांकि इस बीच कई स्थानों पर अच्छी बारिश शुरू हो गई है। वहीं सोमवार तक मानसून के आगे बढऩे की संभावना है। वहीं कुछ जानकारों का ये भी कहना है कि अब मानसून मध्यप्रदेश में ट्रेक पर आ गया है।
वहीं अगले 24 घंटों में कुछ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की गई है। मौसम विभाग के अनुसार 48 घंटे में मानसून जबलपुर, मंडला, नर्मदापुरम के साथ ही भोपाल के कुछ हिस्सों में दस्तक दे सकता है। प्रदेश में कहीं मानसून तो कहीं प्री-मानसून की बारिश हो रही है।
इसे पहले शनिवार को जबलपुर, दमोह, मंडला, शहडोल, नर्मदापुरम, गुना, सागर में बारिश दर्ज की गई। भोपाल में देर शाम प्री-मानसून की बौछारें पड़ी। ज्यादातर स्थानों पर तापमान 35-39 डिग्री के बीच बना हुआ है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह के अनुसार मानसून के अगले 48 घंटों में आगे बढऩे की संभावना है।
शनिवार को कहां कितनी बारिश
जबलपुर : 35.8
दमोह : 23
मंडला : 19
नर्मदापुरम : 10
गुना : 01
(बारिश सुबह 08:30 बजे से शाम 05:30 बजे तक मिमी में)
आगे की चेतावनी:
मौसम के जानकारों के अनुसार अगले चार दिनों तक पश्चिमी मध्यप्रदेश में भयंकर बारिश की संभावना बनी हुई है। जबकि पूर्वी मध्यप्रदेश में भारी बारिश का लगातार चलने वाला दौर 21 जून से प्रारंभ होने की संभावना है।
19 जून 2022 का मौसम
आंशिक बादल गरज चमक के साथ वर्षा और वर्षा के कुछ दौर तेज हो सकते है साथ ही अल्पकालिक तेज हवा चलने की भी संभावना। हवा की औसम गति 20 किमी/घंटा रहने की संभावना है, वहीं तापमान इस दौरान अधिकतम 37डिग्री व न्यूनतम 23 डिग्री रहने की उम्मीद है।
20 व 21 जून 2022 को मौसम की स्थिति
मध्यम से भारी वर्षा की संभावना: कहीं कहीं बारिश : छिंदवाडा, पन्ना, सागर, छतरपुर, विदिषा, रायसेन, सीहोर,बैतूल, ग्वालियर, दतिया, भिण्ड एवं मुरैना जिलों में हो सकती है।
गरज के साथ बिजली चमकने / गिरने व अल्पकालिक तेज हवा की संभावना : बारिश कहीं कहीं : शहडोल, सागर, जबलपुर, भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर,चंबल, इंदौर एवं उज्जैन संभागों के जिलों में हो सकती है।
उचित सलाह: भारी वर्षा एवे गरज के समय ये रखें सावधानियां
1. उचित होगा इस समय इलेक्टानिक और बिजली के उपकरणों का उपयोग करने से बचें/ साथ ही ऐसी चीजों को अनप्लग भी कर दें।
2. इसके अलावा ऐसा मौसम होने पर दो पहिया वाहनों के उपयोग से बचने के साथ ही पेडों के नीचे आश्रय न लें।