आगामी 17 मई को खत्म हो रहे लॉकडाउन 3.0 के बाद 18 मई से शुरू होने जा रहे लॉकडाउन पार्ट 4.0 में लोंगों को कस तरह राहत दी जा सकती है। इसको लेकर कलेक्टोरेट में क्राइसिस कमेटी के सदस्यों की बैठक कलेक्टोरेट में हुई। सांसद प्रज्ञा सिंह दिल्ली में होने के कारण बैठक में नहीं आ सकीं। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा और कृष्णा गौर बैठक में मौजूद रहे। दूसरी तरफ विडीयो कॉफ्रेंस पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, संभागायुक्त कविंद्र कियावत और एडीजी उपस्थित थे। कमेटी की तरफ से विधायकों ने ग्रीन जोन को शर्तों के साथ खोलने पर सहमति व्यक्त की है।
विधायक रमेश्वर शर्मा-
– ग्रीन जोन खोलने के बाद रेड जोन का व्यक्ति यहां नहीं आएगा, लोगों को वोटर कार्ड और आधार कार्ड रखें, दूसरे वार्ड का व्यक्ति आए तो उस पर 188 में एफआईआर करें।
– ग्रीन जोन में बाजार एक साथ न खोलकर अल्टर्नेट दिन पर खोले जाएं, एक दिन किसी की दुकान और दूसरे दिन कोई और। रेस्टोरेंट खोल सकते हैं, लेकिन होम डिलेवरी, बैठकर नहीं खिला सकेंगे।
– ग्रीन जोन में निर्माण कार्य कों अनुमति दी जाए, लेकिन शर्तों के साथ, ट्यूबवेल खनन की अनुमति भी दें।
– रेड जोन बंद रखे जाएं, इनमें किसी प्रकार की आवाजाही न हो। पूरी सख्ती बरती जाए, घनी आबादी में भी सख्ती।
विधायक कृष्णा गौर-
– गोविंदपुरा क्षेत्र में रह रहे कुछ मजदूरों को मंडीदीप जाने की अनुमति दी जाए। गोविंदपुरा फैक्ट्री एरिया को ओपन किया जाए, इसमें 30 प्रतिशत की जगह सौ फीसदी कर्मचारी और मजदूरों को बुलाया जाए।
– कपड़े का मार्केट अभी पहले चरण में नहीं खोला जाए, पंद्रह दिन पहले जो राशन बेघर, मजदूरों को दिया था वो खत्म हो गया है। उसे दोबारा दिया जाए।
-पूणे, मुम्बई में अभी भी कई बच्चे फंसे हैं उनको निकालने की जरूरत है। होशंगाबाद रोड, भेल क्षेत्र खोले जाएं।
– निजी दफ्तर खुल सकेंगे, लेकिन उसी जोन के व्यक्ति वहां आएं, बाहर के कर्मचारी।
– रेड जोन बंद रखे जाएं, वर्ना शहर में संक्रमण बढ़ेगा।
अभी सुझाव रखे गए हैं
रेड जोन के अलावा कहां क्या ढील दे सकते हैं इस पर विचार हुआ है। प्रभारी मंत्री के समक्ष भोपाल जिले से कई सुझाव मिले हैं। इसमें सतर्कता के साथ काम किया जाएगा। ताकि लोगों को परेशानी न हो।
कविंद्र कियावत, संभागायुक्त
– ग्रीन जोन में मंडी खोलें, लेकिन सोशल डिस्टेंस जरूरी
बैठक में ही मंडियों को खोलने को लेकर भी चर्चा की गई, लेकिन इसमें सबसे ज्यादा सोशल डिस्टेंस टूटता है। इस कारण इस पर आम सहमति नहीं बनी, लेकिन सूत्रों से पता चला है कि मंडी संचालकों से चर्चा कर इस पर सहमति बन सकती है।
– निर्माण कार्य के लिए रेत गिट्टी कैसे संभव होगी
जिले में अगर निर्माण कार्य खोले जाते हैं तो इसके लिए रेत, गिट्टी की जरूरत होगी। ऐसे में इनकी उपलब्धता कैसे की जाएगी। इसको लेकर भी बैठक में चर्चा की गई है। 18 मई के बाद ही सहमति बनेगी।
ये हैं सेक्टर
1. होशंगाबाद रोड
2. कोलार
3. सिटी सर्किल में दो सेक्टर
4. गोविंदपुरा-
5. टीटी नगर-
6. एमपी नगर-
7. बैरसिया-