जियो के इस ऐलान के बाद मध्यप्रदेश के सभी जियो यूजर्स को अब दूसरे नंबर पर कॉल करने के लिए छह पैसे प्रति मिनट की दर से चार्ज देना होगा। ये बदलाव 10 अक्टूबर से लागू हो जाएगा। इसकी आधिकारिक घोषण जियो की तरफ से कर दी गई है। दरअसल, जियो यह चार्ज अपने ग्राहकों के आईयूसी के रूप में वसूलेगी। ट्राई के नियम के अनुसार इंटरकनेक्ट कॉल चार्ज छह पैसे प्रति मिनट है। अभी तक जियो खुद ही इसका भुगतान करती थी लेकिन अब यह पैसा ग्राहकों से लेगी।
राहत देने के लिए लाया टॉपअप
मध्यप्रदेश सर्किल में करीब सात करोड़ मोबाइल उपभोक्ता हैं। इस सर्किल में छत्तीसगढ़ भी आता है। जिसमें जियो के सबसे ज्यादा कस्टमर्स हैं। जियो हर महीने ग्रोथ ही करता है। ऐसे में अदर्स नंबर पर कॉल करने के लिए जियो ने टॉपअप प्लान भी लॉन्च किया है, जिसके साथ एडिशनल डॉटा भी दिया जाएगा। जियो उपभोक्ता को 10 रुपये में 124 मिनट, 20 रुपये में 249 मिनट, 50 रुपये में 656 मिनट और 100 रुपये वाले प्लान में 1362 मिनट की कॉलिंग सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही 10 रुपये के टॉपअप पर 1 जीबी, 20 रुपये पर 2 जीबी, 50 रुपये पर 5 जीबी और 100 रुपये पर 10 जीबी डेटा मिलेगा।
मध्यप्रदेश सर्किल में करीब सात करोड़ मोबाइल उपभोक्ता हैं। इस सर्किल में छत्तीसगढ़ भी आता है। जिसमें जियो के सबसे ज्यादा कस्टमर्स हैं। जियो हर महीने ग्रोथ ही करता है। ऐसे में अदर्स नंबर पर कॉल करने के लिए जियो ने टॉपअप प्लान भी लॉन्च किया है, जिसके साथ एडिशनल डॉटा भी दिया जाएगा। जियो उपभोक्ता को 10 रुपये में 124 मिनट, 20 रुपये में 249 मिनट, 50 रुपये में 656 मिनट और 100 रुपये वाले प्लान में 1362 मिनट की कॉलिंग सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही 10 रुपये के टॉपअप पर 1 जीबी, 20 रुपये पर 2 जीबी, 50 रुपये पर 5 जीबी और 100 रुपये पर 10 जीबी डेटा मिलेगा।
क्या है ये आईयूसी
आईयूसी का मतलब होता है इंटरकनेक्टेड कॉल चार्ज है। यह ट्राई के द्वारा निर्धारित एक चार्ज है। जब कोई ग्राहक अपने नेटवर्क से किसी दूसरे नेटवर्क के ग्राहक को कॉल करता है तो दूसरे नेटवर्क वाले आउटगोइंग कॉल करने वाले ग्राहक के नेटवर्क को उसे चार्ज देना पड़ता है। ट्राई ने दो साल पहले 6 छह पैसे प्रति मिनट इसका चार्ज तय किया था। साथ ही उस वक्त ट्राई ने यह भी फैसला किया था कि जनवरी 2020 से इसे पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा।
आईयूसी का मतलब होता है इंटरकनेक्टेड कॉल चार्ज है। यह ट्राई के द्वारा निर्धारित एक चार्ज है। जब कोई ग्राहक अपने नेटवर्क से किसी दूसरे नेटवर्क के ग्राहक को कॉल करता है तो दूसरे नेटवर्क वाले आउटगोइंग कॉल करने वाले ग्राहक के नेटवर्क को उसे चार्ज देना पड़ता है। ट्राई ने दो साल पहले 6 छह पैसे प्रति मिनट इसका चार्ज तय किया था। साथ ही उस वक्त ट्राई ने यह भी फैसला किया था कि जनवरी 2020 से इसे पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा।
अब तक जियो करता था भुगतान
कंपनी की तरफ से बताया गया है कि अदर्स ऑपरेटर की तुलना में जियो से आउटगोइंग कॉल ज्यादा होती है। कंपनी अब तक छह पैसे का चार्ज खुद ही जमा करती थी। अब तक जियो ने आईयूसी के लिए दूसरे ऑपरेटर्स को तेरह हजार से ज्यादा करोड़ का भुगतान किया है। ऐसे में ट्राई आगे जब तक कोई फैसला नहीं लेती, तब तक ग्राहकों को ही आईयूसी चार्ज देना पड़ेगा। जियो हर महीने आईयूसी चार्ज के रूप में दो सौ करोड़ रुपये का भुगतान करती है।
कंपनी की तरफ से बताया गया है कि अदर्स ऑपरेटर की तुलना में जियो से आउटगोइंग कॉल ज्यादा होती है। कंपनी अब तक छह पैसे का चार्ज खुद ही जमा करती थी। अब तक जियो ने आईयूसी के लिए दूसरे ऑपरेटर्स को तेरह हजार से ज्यादा करोड़ का भुगतान किया है। ऐसे में ट्राई आगे जब तक कोई फैसला नहीं लेती, तब तक ग्राहकों को ही आईयूसी चार्ज देना पड़ेगा। जियो हर महीने आईयूसी चार्ज के रूप में दो सौ करोड़ रुपये का भुगतान करती है।