ये है अवेक क्रेनियोटॉमी
यह एक इंट्राक्रेनियल सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें रोगी को सर्जरी के एक हिस्से के दौरान जानबूझकर जाग्रत अवस्था में रखा जाता है। सामान्यता यह प्रक्रिया घाव को मापने तथा स्नेहीकरण के दौरान काम में लाई जाती है
चैतन्य अवस्था में हुई सर्जरी
सर्जरी के दौरान मरीज चैतन्य अवस्था में था। क्रेनियोटॉमी के बाद ट्यूमर दिखाई दिया। जिस समय चिकित्सक ट्यूमर को निकाल रहे थे उस वक्त मरीज हाथ में माला लेकर भजन करता रहा। डॉक्टरों ने उसे बायें पैर को हिलाने को कहा। एनेस्थिीसिया विभाग की डॉ. वैशली वेंडरकर, डॉ. जैनबहक एवं, डॉ. अंकिता ने इस सर्जरी को निर्धारित योजना के अनुसार पूर्ण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यह एक इंट्राक्रेनियल सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें रोगी को सर्जरी के एक हिस्से के दौरान जानबूझकर जाग्रत अवस्था में रखा जाता है। सामान्यता यह प्रक्रिया घाव को मापने तथा स्नेहीकरण के दौरान काम में लाई जाती है
चैतन्य अवस्था में हुई सर्जरी
सर्जरी के दौरान मरीज चैतन्य अवस्था में था। क्रेनियोटॉमी के बाद ट्यूमर दिखाई दिया। जिस समय चिकित्सक ट्यूमर को निकाल रहे थे उस वक्त मरीज हाथ में माला लेकर भजन करता रहा। डॉक्टरों ने उसे बायें पैर को हिलाने को कहा। एनेस्थिीसिया विभाग की डॉ. वैशली वेंडरकर, डॉ. जैनबहक एवं, डॉ. अंकिता ने इस सर्जरी को निर्धारित योजना के अनुसार पूर्ण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।