सीवेज लाइन टूटी होने से घरों से निकलने वाला गंदा पानी सड़कों पर बहता रहता है, जिसके कारण बीमारियां फैलने का डर बना हुआ है। रहवासियों का कहना है कि टूटे चेंबर की शिकायत एक साल से लिखित और मौखिक करते आ रहे हैं, लेकिन अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। चेंबर से लगातार पानी बह रहा है।
झाड़ू लगाने वाले पूरा कचरा नाली में डाल देते हैं, जिसके कारण नाली भर गई है। एक महीने में बारिश का दौर शुरू हो जाएगा, यदि समय रहते इसकी मरम्मत और सफाई नहीं की गई तो बारिश का पानी कॉलोनी के घरों में भरेगा। रहवासी आरएस सिंह ने बताया कि 5 नम्बर गेट से अंदर डी टाइप क्लस्टर की ओर चारो ओर गंदगी फैली पड़ी है। यहां पर 20 सेफ्टी चेम्बर खुले पड़े हैं, जिनसे सीवरेज का पानी भी बाहर बहता है।
इन खुले पड़े चेम्बरों को प्लास्टिक की बोरी से कवर किया गया है। वहीं डी/304 से डी/528 के बीच सीवरेज का पानी बराबर नाली में बहता है। नाली में वाटर पाइप लाइन डाली होने के कारण वाटर पाइप लाइन में सीवरेज का पानी मिक्स हो रहा है।
वही पानी घरों में सप्लाई किया जा रहा है। यहां लगातार पानी बहने से मच्छर पनप रहे हैं, जिससे डेंगू, मलेरिया सहित अन्य बीमारियां फैलने का डर बना हुआ है। वहीं डी/304 तथा डी/345 के बीच चेंम्बर एक साल से टूटा और खुला पड़ा है।
रोड पर चेनलिंक की बनाई बाउंड्री के नीचे से रोज कचरा निकाला जाता है, पर इस क्षेत्र को स्लम एरिया से भी बदतर बना दिया है।