यहां ओपीडी भी ऐप से की जाती है, इससे यहां आने वाले हर मरीज का डेटा सुरक्षित रहता है। मरीजों को यहां दोबारा जांच कराने आने पर किसी तरह का पर्चा आदि लाने की जरूरत नहीं होती। क्लीनिक में 120 तरह की दवाइयों के साथ 63 प्रकार की जांचे की जाती हैं, इससे लोगों को काफी लाभ मिल रहा है। स्थानीय रहवासी सीता बाई, सुनील, ज्योति, सुशीला सहित अन्य लोगों ने बताया कि यहां संजीवनी क्लीनिक खुलने से काफी लाभ मिल रहा है।
भोपाल में खुलनी है 28 संजीवनी क्लीनिक
बता दें कि राजधानी भोपाल में इस तरह की 28 संजीवनी क्लीनिक खोली जानी हैं। इनमें से अब तक तीन संचालि तो रही हैं, जिनमें अन्ना नगर, चार इमली स्थित प्रियदर्शनी नगर और नेहरू नगर स्थित नया बसेरा में खोली जा चुकी हैं। यह क्लीनिक रविवार को भी खुली होने के कारण मजदूर, नौकरीपेशा और कामकाजी महिला-पुरुष सहित अन्य लोगों को काफी लाभ मिल रहा है। इससे उनके समय और धन की भी बचत हो रही है। यह क्लीनिक सोमवार को बंद रहती है।
बिजली पानी नहीं होने से हो रही परेशानी
गौरतलब है कि अन्ना नगर स्थित संजीवनी क्लीनिक में बिजली का कनेक्शन नहीं किए जाने से यहां स्टोर रूम सहित लैब में अंधेरा छाया रहता है। साथ ही दिन में हो रही तीखी धूप के कारण गर्मी होने से यहां आने वाले मरीजों और स्टाफ को गर्मी में परेशान होना पड़ रहा है। जल्द ही बिजली कनेक्शन नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में यहां बैठना मुश्किल हो जाएगा। पानी की सुविधा नहीं होने से डॉक्टर सहित स्टाफ को घर से बॉटल में पानी भर कर लाना पड़ता है।
पांच लोगों का है स्टाफ
अन्ना नगर स्थित संजीवनी क्लीनिक में पांच लोगों का स्टाफ कार्यरत है। इनमें से एक डॉक्टर, एक लैब टेक्नीशियन, एक फार्मासिस्ट सहित दो सहायक सेवाएं दे रहे ह।
यहां आने वाले मरीजों को काफी लाभ हो रहा है। खून सहित सभी 63 तरह की जांच के साथ ही मरीजों को 120 तरह की दवाइयां नि:शुल्क दी जा रही हैं। गर्भवती महिलाओं सहित वृद्धों को इससे काफी लाभ मिल रहा है।
डॉ.रोहित श्रीवास्तव, मेडिकल ऑफिसर संजीवनी क्लीनिक अन्ना नगर
इससे पहले प्राइवेट क्लीनिक में अपना इलाज करवाते थे। हमारे मोहल्ले में संजीवनी क्लीनिक खुलने से काफी लाभ हो रहा है। इसके साथ ही हमारा समय और पैसा दोनो बच रहा है।
विनोद विश्वकर्मा, स्थानीय रहवासी
इससे पहले सर दर्द, बुखार तक की जांच व इलाज कराने के लिए 1250 जेपी अस्पताल जाना पड़ता था। इससे पूरे दिन का समय बर्बाद होने के साथ ही वहां पर लंबी लाइन लगानी पड़ती थी। संजीवनी क्लीनिक से काफी लाभ हो रहा है।
सीता बाई, स्थानीय रहवासी