सामाजिक कार्यकर्ता दौलत सिंह चौहान के मुताबिक शिकायत करने के बाद भी पुलिस ये मानने को तैयार नहीं है कि यहां जुए-सट्टे का फड़ लगता है। उन्होंने कई बार बतौर प्रमाण वीडियो भी उपलब्ध कराए, पर पुलिस इन्हें पुराना बताकर कार्रवाई नहीं करती। इतना ही नहीं वरिष्ठ अधिकारी भी शिकायत को अनसुना कर देते हैं।
स्थानीय रहवासियों का कहना है कि पांच महीने में सटोरिए बेलगाम हो गए हैं। पहले यहां चोरी-छिपे जुआ-सट्टा खिलाया जाता था, लेकिन अब यह सब खुलेआम हो रहा है। हालात ये हैं कि पुलिस से शिकायत करने वालों को जान से मारने की धमकी तक दी जाती है। इसके बावजूद बैरागढ़ पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही।
– सटोरियों को संरक्षण देने वाले पुलिसकर्मियों का स्थानांतरण किया जाए।
-कॉलेज के पास पुलिस चौकी की स्थापना हो, जिससे छात्राएं सुरक्षित महसूस करें।
– सटोरियों पर जिलाबदर समेत अन्य प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाए।
किसी भी परिस्थिति में जुआ-सट्टा नहीं चलने दिया जाएगा। पुलिसकर्मियों की संलिप्तता सामने आने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-शैलेन्द्र सिंह चौहान, एसपी (नॉर्थ) बैरागढ़ के कई स्थानों पर पुलिस ने जुआ-सट्टा बंद कराए हैं। कॉलेज के आसपास ऐसी गतिविधि नहीं हो रही है। पद यात्रा निकालने वाला दौलत सिंह खुद सटोरियों का हिमायती है।
-शिवपाल सिंह कुशवाह, टीआई