कांग्रेस में शुरु हुआ समीक्षा का दौर
भोपालPublished: Nov 13, 2020 07:43:13 pm
मैदान की खाक छान रहे नेता
हार के कारणों की तलाश
भोपाल : उपचुनावों में हुई बड़ी हार के बाद कांग्रेस में अलग-अलग समीक्षा का दौर शुरु हो गया है। विधानसभा प्रभारी और हारे उम्मीदवार अपनी हार के कारणों की तलाश में अपने-अपने क्षेत्र की खाक छान रहे हैं। बूथ कमेटियों से लेकर विधानसभा तक के कार्यकर्ताओं के साथ बैठकों का दौर जारी है। एक सप्ताह में कांग्रेस के ये नेता प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। समीक्षा वे उम्मीदवार भी कर रहे हैं जो विधायक बन चुके हैं।
जीतू पटवारी ने बुलाई बूथ कमेटियों की बैठक :
सांवेर विधानसभा के प्रभारी पूर्व मंत्री जीतू पटवारी को हार से बड़ा झटका लगा है। पटवारी ने कांग्रेस उम्मीदवार प्रेमचंद गुड्डू के बीस हजार से ज्यादा वोटों से जीतने का दावा किया था। पटवारी ने सांवेर पहुंच सभी मतदान केंद्र के कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई। इसमें प्रेमचंद गुड्डू समेत विधानसभा के सभी प्रमुख नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। पटवारी ने सभी कार्यकर्ताओं को एक-एक बूथ पर हुई वोटिंग और उसके परिणामों की रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। जीतू पटवारी ने कहा कि बूथ की रिपोर्ट के आधार पर ही वो कारण सामने आएंगे जिसकी वजह से कांग्रेस की इतने ज्यादा वोटों के अंतर से सांवेर सीट पर हार हुई है। पटवारी ने भितरघात के कारण हार से इनकार किया।
मेहगांव में बूथ कैप्चरिंग से हारे कटारे:
मेहगांव में कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व विधायक हेमंत कटारे ने भी बैठकों का सिलसिला शुरु कर दिया है। कटारे ने कहा कि उनकी बड़ी हार के पीछे मुख्य कारण बूथ कैप्चरिंग रहा है। कटारे ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने खुले आम बूथ कैप्चरिंग करवाई है। उनके एजेंटों को मतदान केंद्र से बाहर कर दिया गया और प्रशासनिक अधिकारियों ने भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोटिंग करवाई है। कटारे ने कहा कि भितरघात भी उनकी हार का कारण बना है। कटारे पूरी रिपोर्ट तैयार कर कमलनाथ को सौंपने की तैयारी कर रहे हैं।
करैरा में चला गद्दार फैक्टर :
गद्दार फैक्टर भले ही प्रदेश की अन्य सीटों पर फेल हुआ हो लेकिन करैरा में इस मुद्दे ने खूब काम किया है। करैरा में तीन बार से बसपा से हार रहे प्रागीलाल जाटव कांग्रेस में आते ही जीत गए। करैरा के विधानसभा मीडिया प्रभारी अवनीश बुंदेला ने कहा कि भाजपा उम्मीदवार जसवंत जाटव के भ्रष्टाचार से लोग नाराज थे। लोगों के मन में गद्दार मुद्दा बैठ गया था। और इसी को कांग्रेस ने यहां पर भुना लिया। भाजपा के लोग पीएम मोदी की बात करते थे तो हमने स्थानीय मुद्दों पर फोकस किया जो लोगों को पसंद आया। हम पूरी रिपोर्ट बनाकर प्रदेश अध्यक्ष को सौंपने जा रहे हैं।
निष्क्रिय नेताओं पर हो कार्रवाई :
वरिष्ठ नेता मानक अग्रवाल ने कहा कि इस बात पर मंथन जरूर होना चाहिए कि किन नेताओं ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बचाने में सहयोग नहीं दिया। किन कारणों से कांग्रेस पार्टी हारी। हमें जनता ने 5 साल के लिए मध्यप्रदेश की सत्ता में बैठाया था, हमारी जवाबदारी सरकार चलाने की थी। माणक अग्रवाल ने कहा यह आत्ममंथन बड़े स्तर पर होना चाहिए। हाई कमान को समीक्षा करनी चाहिए। हाईकमान जब समीक्षा करेगा तो सभी तथ्य उसके सामने आ जाएंगे और जो भी इसमें दोषी होगा उसके खिलाफ हाईकमान को कार्रवाई करनी चाहिए।