भोपाल

68 लाख किताबों को मोबाइल और ई-मेल पर उपलब्ध कराएगा आरजीपीवी

आरजीपीवी और उससे संबद्ध कॉलेज के स्टूडेंट्स पंजीयन कराकर ले सकेंगे इस सुविधा का लाभ

भोपालMay 22, 2019 / 07:43 am

hitesh sharma

68 लाख किताबों को मोबाइल और ई-मेल पर उपलब्ध कराएगा आरजीपीवी

भोपाल। सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार क्रांति के कारण लाइब्रेरी साइंस के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन आया है। एआईसीटीई के मेंडेट के अनुसार लाइब्रेरी के लिए बनाए गए कंसोर्टियम मे ई-फॉर्मेट मे रखना अनिवार्य है।

ऐसी स्थिति में यह आवश्यक हैं कि ई-बुक्स, ई-जर्नल्स और ई-डाटाबेस के उपयोग को समेकित रूप से उपयोग किए जाने के लिए प्रभावी कंसोर्टियम बनाया जाए। यह बात राजीव गांधी प्रौद्योगीकी विश्वविद्याल के कुलपति प्रो. सुनील कुमार ने विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय विभाग द्वारा इलेक्ट्रॉनिक एंड डिजिटल रिसोर्सेस विषय पर आयोजित एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए कही।


उन्होंने कहा कि लाइब्रेरी साइंस मे कंसोर्टियम अवधारणा कोऑपरेटिव मूवमेंट की तरह है। जिसे परिणामकारी बनाते हुए विद्यार्थियों को लो कास्ट मे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा सकती है। लर्निंग रिसोर्सेज को बढ़ाते हुए उसकी पहुंच को अधिकतम कर शिक्षकों और छात्रों को समेकित रूप से ई-सामग्री प्रदान करने से कंसोर्टियम की उपयोगिता सिद्ध होगी।

 

कार्यशाला के उद्घाटन सत्र मे डॉ. मयंक त्रिवेदी, एमएस यूनिवर्सिटी, गुजरात, डॉ. अशोक कुमार राय, साइंटिस्ट सीएस इन्फ्लेबिनेट, डॉ. सुधीर पाठक, आइसर भोपाल मौजूद थे।


आरजीपीवी के केंद्रीय पुस्तकालय विभागाध्यक्ष प्रो. शिव सिन्धु चौकसे ने बताया कि आरजीपीवी द्वारा बनाए जा रहे लाइब्रेरी कंसोर्टियम में यूनियन कैटलॉग के माध्यम से सभी संस्थानों के पुस्तकों का सूचीकरण किया जा रहा है।
स्टूडेंट्स को रिसोर्स शेयरिंग के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी के माध्यम से आरजीपीवी विद्यार्थियों के लिए उनके मोबाइल और ई-मेल आईडी पर 68 लाख से अधिक पुस्तकें ऑनलाइन उपलब्ध करवाएगा।

यह सुविधा आरजीपीवी और सबद्ध संस्थानों के उन विद्यार्थियों को दी जाएगी, जो अपना पंजीयन करवाएंगे। आरजीपीवी द्वारा बनाए गए लाइब्रेरी सॉफ्टवेयर को विभिन्न महाविद्यालयों को नि:शुल्क प्रदान किया जाएगा।
कार्यशाला में लाइब्रेरी कंसोर्टियम और उसके मॉडल नेशनल ई-शोध सिन्धु कसोर्टियम, लाइब्रेरी ऑटोमेशन, नेशनल लाइब्रेरी नेटवर्क, नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी और इनोवेटिव लाइब्रेरी सर्विसेज सहित अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विषय विशेषज्ञों के व्याख्यान एवं चर्चा हुई।

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