थोक व्यापारियों के अनुसार बासमती टुकड़ी चावल का स्टाक पहले से कुछ कम ही था। अब विदेशों से अच्छी मांग निकल रही है और रमजान बीतने के साथ बासमती चावल की डिमांड में और बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। इसका असर चावल के दामों पर पड़ा है।
वर्तमान में ईरान के बाद अब यमन में भी बासमती चावल का निर्यात हो रहा है। चावल व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारियों के अनुसार ईरान से बासमती 1121 सफेद सेला का 1250 अमेरिकी डालर में सौदा हुआ है। जबकि यमन ने बासमती चावल की 1401 स्टीम वेरायटी का 40 हजार टन का सौदा किया है। इन सौदों के चलते भारतीय बाजार में तेजी आ गई है जिसका प्रदेश के बाजारों पर भी असर हुआ है। इतना ही नहीं, आगे भी बासमती चावल में तेजी का सिलसिला जारी रहेगा।
प्रदेश में बासमती की किस्मों में 300 से 400 रुपये प्रति क्विंटल तक की तेजी की उम्मीद की जा रही- व्यापारी बताते हैं कि अमेरिकी देश भी भारत से चावल निर्यात की पूछपरख कर रहे हैं। कई देश अपने अनाज भंडार को बनाए रखने के लिए चावल की खरीदी कर रहे हैं। इधर रमजान के बाद अन्य खाड़ी देशों में भी बासमती की मांग निकलने की उम्मीद है। ऐसे में मई तक प्रदेश में बासमती की किस्मों में 300 से 400 रुपये प्रति क्विंटल तक की तेजी की उम्मीद की जा रही है।
वर्तमान रेट
— बासमती—921— 10000 से 11000 रुपये क्विंटल
— बासमती सेला— 6500 से 9000 रुपये क्विंटल यह भी पढ़ें— देसी तुअर में तेजी, अफ्रीका से किया आयात, जानिए कब कम होंगे दालों के दाम
— बासमती—921— 10000 से 11000 रुपये क्विंटल
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