इसकी रिपोर्ट में बताया गया है कि मध्यप्रदेश के विजयराघवगढ़ से विधायक संजय पाठक की सालाना आय 8.94 करोड़ है और वे कमाई के मामले में देश के 9वें नंबर हैं। इसके अलावा मध्यप्रदेश की ही हटा से विधायक उमा देवी खटीक की आय सबसे कम है हो 3114 रुपए है। कम आय वालों की सूची में वे देश में नंबर दो पर हैं।
गौरतलब है कि विधायकों की आमदनी में भत्ते शामिल नहीं है। देश के 3145 विधायकों के चुनावी हलफनामों के विश्लेषण के आधार पर यह रिपोर्ट जारी की गई है।
500 करोड़ के हवाला कारोबार में आया था नाम
कटनी में आईपीएस गौरव तिवारी ने जिस 500 करोड़ रुपए के हवाला कांड का पर्दाफाश किया था, उस मामले के आरोपियों के मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री संजय पाठक का नाम सामने आया था। संजय कटनी जिले के विजयराघवगढ़ से विधायक हैं।
खुद के हेलीकॉप्टर में उड़ते हैं संजय पाठक
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि पाठक मध्यप्रदेश सरकार के सबसे अमीर मंत्री हैं। उनके पास न केवल 141 करोड़ की संपत्ति है, बल्कि खुद का हेलीकॉप्टर भी है। मध्य प्रदेश विधानसभा में दो-तिहाई यानी 70 फीसदी विधायक करोड़पति हैं।
12 देशों में फैला कारोबार
सिर्फ 45 वर्ष की उम्र में इस मंत्री ने काफी सुर्खियां बटोरीं। उनका दुनिया के 12 देशों में कारोबार फैला हुआ है। विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने खुद की 141 करोड़ रुपए की संपत्ति बताई थी। उनके पास कई बड़े होटल और रिसॉर्ट हैं। इनका खुद का हेलीकॉप्टर है, जिससे वे अक्सर भोपाल आते-जाते हैं। इन्हें ब्लॉग लिखने का भी शौक और कई फॉलोअर्स भी फॉलो करते हैं। अपनी स्टाइल और पहनावे के कारण संजय अक्सर चर्चा में रहते हैं।
पहले कांग्रेस में थे, फिर बीजेपी में आए
संजय पहले कांग्रेस में शामिल थे, पर हाल ही में उन्होंने भाजपा ज्वाइन की। अगस्त 2014 में हुए उपचुनाव में उन्होंने अपनी सम्पत्ति घोषित की, तो वो 141 करोड़ से अधिक थी। इससे पहले वर्ष 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपनी सम्पत्ति 121.32 करोड़ रुपए बताई थी।
दिग्विजय सिंह से भी पुराना नाता
संजय पाठक के पिता सत्येंद्र पाठक दिग्विजय सिंह सरकार में मंत्री रह चुके हैं। इनके मप्र के नेशनल पार्क जैसे-कान्हा, पेंच के अलावा खजुराहो में सायना नाम से हेरिटेज होटल की चेन है। इसके साथ ही आयरन, बाक्साइट, कोल आदि की माइन्स के ठेके भी संजय पाठक ने ले रखे हैं। इनकी इंडोनेशिया में भी कोल की माइन्स हैं। हालांकि वर्ष, 2011 में मप्र लोकायुक्त में इनके खिलाफ माइन्स घोटाले को लेकर शिकायत की गई थी।