scriptकोविड-19 के दौर में हार्ट ब्लॉकेज का खतरा, होम आईसेशन में भी रखें दिल का ख्याल | Risk of heart blockage in Kovid-19, take care of heart even in home | Patrika News

कोविड-19 के दौर में हार्ट ब्लॉकेज का खतरा, होम आईसेशन में भी रखें दिल का ख्याल

locationभोपालPublished: Sep 28, 2020 09:19:04 pm

Submitted by:

hitesh sharma

वर्ल्ड हार्ट डे – अनलॉक के बाद दस प्रतिशत तक बढ़ी पेशेंट की संख्या, मरीज को कोरोना होने पर ब्लॉकेज तेजी से बढ़ने से मौत की आशंका ज्यादा

कोविड-19 के दौर में हार्ट ब्लॉकेज का खतरा, होम आईसेशन में भी रखें दिल का ख्याल

कोविड-19 के दौर में हार्ट ब्लॉकेज का खतरा, होम आईसेशन में भी रखें दिल का ख्याल

भोपाल। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए देशभर में लॉकडाउन लगाया गया था। इस दौरान लोग स्वास्थ्य को लेकर अवेयर तो हुए लेकिन लगातार घरों में रहने के कारण उनकी एक्सरसाइज की आदत छूट गई तो कुछ की शारीरिक गतिविधियों कम होने से उन्हें हृदय रोगों का खतरा बढ़ गया है। एक्सपट्र्स का कहना है कि कार्डियक पेशेंट को कोरोना होने पर मौत की आशंका बढ़ जाती है। कोरोना होने पर ब्लॉकेज तेजी से होता है। ऐसे में पेशेंट की हार्ट अटैक आने का खतरा 20 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। कई कई मामलों में सामने आया है कि मरीज ने कोरोना से तो जंग तो जीत ली, लेकिन अचानक उनका हार्ट फेल हो गया और मौत हो गई। वर्ल्ड हार्ट डे के मौके पर शहर के कॉर्डियोलॉजिस्ट ने बताया कि कोविड-19 के दौर दिल की सुरक्षा कैसे करना चाहिए।

योग बचाएगा दिल को रोग से
योग एक्सपर्ट राजेश कुमार श्रीवास्तव के अनुसार दिल को स्वस्थ रखने के लिए प्रतिदिन एक घंटे व्यायाम और प्रणायाम करें। जिन्हें पहले से हार्ट डिसिज की समस्या है, वे रोज कम से कम 35 मिनट पैदल चलें। लॉकडाउन के दौरान लोगों की रूटीन चेंज हो गई थी। लोग देर रात तक लगाने और सुबह देर तक सोने के आदी हो गए थे, इस असर पर भी हार्ट पर हुआ। वहीं, कोविड-19 के चलते तनाव भी बढ़ा। महामारी के इस दौर में सबसे ज्यादा जरूरी है नकारात्मकता से खुद को दूर रखें।

 

होम आईसेशन में भी रखें दिल का ख्याल
जेके अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. जीसी गौतम के अनुसार लोगों में कोरोना का डर तो है लेकिन वे दिल से जुड़ी परेशानियों को नजरअंदाज कर रहे हैं, जबकि इस दौरान छोटी से छोटी परेशानी खतरे का कारण बन सकती है। अगर आपको सीने में दर्द या भारीपन है, तो बिना किसी देरी के अपने डॉक्टर के पास जाएं। इस दौरान ऐसे लोगों को खासकर अपना ध्यान रखने की जरूरत है, जिनकी हार्ट डिसीज की फैमिली हिस्ट्री है। जो लोग कोरोना के चलते होम क्वारेंटीन हैं वे ऑक्सीजन सेचुरेशन का विशेष ध्यान रखें। साथ ही जिस कमरे में आईसोलेट हैं, वहां भी शारीरिक मूवमेंट बनाए रखें।

कोरोना के बाद हार्ट का डर

हमीदिया अस्पताल के ह्दय रोग विशेषज्ञ डॉ. आरएस मीणा के अनुसार कोरोना महामारी ने संयमित जीवनशैली जीना सीखाया है। सीजनल फ्रूट्स से सबसे ज्यादा इम्यूनिटी बुस्ट करती है। जो मरीज कोरोना-19 से ठीक हो चुके हैं, वे भी हार्ट की जांच कराने आते हैं। कोरोना में हार्ट की सीवियर डैमेज का खतरा रहता है। दिल के काम करने की क्षमता कम हो जाती है। धड़कन भी कम हो जाती है। इसलिए जरूरी है कि नियमित व्यायाम को अपनी जीवनचर्या का हिस्सा बना लें और खाने का विशेष ध्यान रखें। संतुलित आहार लें। नियमित तौर पर अपनी जांचें जरूर कराएं।

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