scriptछत का पानी जमीन में उतारा, नहीं हैं निगम के भरोसे | Rooftop water is not landed, trust of corporation | Patrika News

छत का पानी जमीन में उतारा, नहीं हैं निगम के भरोसे

locationभोपालPublished: Jun 19, 2018 06:39:33 am

Submitted by:

Rohit verma

शहर के कई लोग सहेज रहे बारिश की एक-एक बूंद…

water harvesting

छत का पानी जमीन में उतारा, नहीं हैं निगम के भरोसे

भोपाल. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के रोहितनगर के पास प्रियदर्शिनी ऋषिवैली में रहने वाले ग्राउंड वाटर बोर्ड के रिटायर्ड सीई एके बुधौलिया पानी के लिए नगर निगम के भरोसे नहीं है। सात साल हो गए, उन्हें अपने घर की करीब ढाई हजार वर्गफीट की छत पर रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए हुए। अभी उन्होंने सिस्टम का फिल्टर बदलवाया है। स्थिति ये हैं कि कितनी भी भीषण गर्मी हो, उनके बोर से 24 घंटे लगातार पानी आता है। बुधौलिया का कहना है कि बमुश्किल आठ से दस हजार रुपए का खर्च आता है और जलसंकट से आप मुक्त हो जाते हो। निगम का नल कनेक्शन न भी हो, तो भी आपको उपयोग के लिए पानी मिल जाता है।
इस तरह अपने घर की छत को जलस्त्रोत की तरह उपयोग करने वाले लोग पत्रिका मुहिम के चलते खुद सामने आकर शहरवासियों को रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाकर जलसंकट से मुक्त होने की राह दिखा रहे हैं। नीलबड़ क्षेत्र के बरखेड़ी खुर्द में रहने वाले रिटायर्ड आईपीएस ऑफिसर पीएल पांडे ने अपने घर की 2000 वर्गफीट की छत को पानी जमीन उतारने तो सिस्टम लगा ही रखा है, नीलबड़ से आगे आमला गांव में अपने फॉर्म हाउस में भी तालाब बनाकर वाटर हार्वेस्टिंग कर रहे हैं। पांडे का कहना है कि जल सहेजने की प्रवृत्ति हर व्यक्ति को लाना जरूरी होगी। बारिश के पानी को एेसे ही बहा दिया तो फिर जलसंकट भुगतना ही होगा।
पूरी सोसायटी का पानी उतार रहे जमीन में
गुलमोहर स्थित ग्रीन सिटी आवासीय कॉम्प्लेक्स का पूरा पानी रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम से जमीन में उतारा जा रहा है। बीते 12 साल से ये हो रहा है। यहां के स्ट्रक्चरल इंजीनियर शैलेंद्र बागरे का कहना है कि जमीन में पानी उतारने का लाभ ये हैं कि इस कॉम्प्लेक्स के सारे बोरिंग गर्मी में भी रिचार्ज रहते हैं। यहां 50 से अधिक फ्लैट है।
छह ब्लॉक में चार सिस्टम

कोहेफिजा के फिजा पैलेस के छह ब्लॉक में चार हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए हुए हैं। कोशिश होती है कि पूरा पानी जमीन में उतारा जाए। यहां के स्ट्रक्चरल इंजीनियर अब्दुल मजिद का कहना है कि दस बमुश्किल दस से बाहर हजार रुपए में सिस्टम स्थापित हो जाता है और पूरी गर्मी में आपको पानी मिलता है। ये बिल्डिंग अतिक खान की है।
निगम पर जिम्मा, लेकिन वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर उसके पास कोई जानकारी नहीं
शहर में निर्माणाधीन भवनों की छत का पानी जमीन में उतारने वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाने का जिम्मा नगर निगम का है। निगम सिस्टम लगवाने के लिए कंसलटेंट की सूची जारी करने का दावा करते हैं, लेकिन इनकी वेबसाइट पर कहीं भी कंसलटेंट की सूची नहीं है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो