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रोटरी हटा दीं, ट्रैफिक का नहीं रखा ध्यान, वाहन गुत्थमगुत्था

locationभोपालPublished: Dec 20, 2018 01:50:36 am

Submitted by:

Ram kailash napit

अव्यवस्था-अनदेखी: एजेसिंयों के बीच खींचतान में उलझ गए चौराहे

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vyapam chouraha

भोपाल. शहर के प्रमुख चौराहों के गलत डिजाइन और डवलपमेंट के नाम पर रोटरी हटाए जाने से नए एक्सीडेंटल जोन बन गए हैं। इनमें व्यापमं चौराहा, डिपो चौराहा, चेतक ब्रिज रोटरी, राजभोज ब्रिज चौराहा, सुभाष नगर आरओबी प्रमुख हैं। लोक निर्माण विभाग, राजधानी परियोजना प्रशासन और नगर निगम और अब मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के प्रोजेक्ट में तालमेल की कमी इसकी वजह है। व्यापमं का नया चौराहा वाहन चालकों के लिए भूलभुलैया साबित हो रहा है। यहां समझ ही नहीं आता कि सिग्नल किस रास्ते के लिए ग्रीन और किसके लिए रेड। इधर, मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के लिए सुभाष नगर ओवरब्रिज का बदला डिजाइन भविष्य में यहां के चौराहे को बेतरतीब बना देगा। यहां चौराहे की लैंडिंग एसबीआइ कॉलोनी की तरफ कर दी है, जो पहले डीबी मॉल से आने वाली सड़क के बीचोंबीच थी। ट्रैफिक फॉल्ट को दूर करने अब यहां रोटरी बनाने की बात कही जा रही है, लेकिन इससे समस्या कम होने की बजाय बढ़ेगी। ट्रैफिक पुलिस ने भी इन चौराहों के लिए निर्माण एजेंसियों पर सवाल उठाए हैं।

एक्सीडेंटल जोन बने ये चौराहे
व्यापमं चौराहा- आठ माह पहले एमपी नगर थाने के सामने की रोटरी निगम ने तोड़ दी थी। इससे वेटिंग एरिया बढ़ गया। सही जगह मार्र्किंग और सिग्नल चालू नहीं होने से वाहन चालक भ्रमित हो रहे हैं। ऐसे में हादसे होते हैं।
डिपो चौराहा- स्मार्ट रोड पर भारत माता चौराहा इतना चौड़ा हो गया है कि वाहन चालक क्रॉसिंग पर असमंजस में पड़ जाते हैं। ट्रैफिक सिग्नल अक्सर बंद रहते हैं।
राजभवन रोटरी- राजभवन से बाणगंगा की ओर सीपीए ने गलत रोटरी बना दी। मैनिट ने गलती पकड़ी, लेकिन सीपीए ने यहां डिवाइडर बनाकर समस्या को बढ़ा दिया। दीवारनुमा रोटरी से वाहन चालक टकराकर गिर रहे हैं।
सुभाष नगर आरओबी- मैदा मिल साइट पर एसबीआई कॉलोनी के पास ब्रिज से उतरने वाले ट्रैफिक के लिए रोटरी बनेगी। डीबी मॉल, जिंसी, अंडरब्रिज से आने वाले वाहन इसी रोटरी से जाएंगे। ब्रिज से आने वाले वाहनों से ये टकरा सकते हैं।
सावरकर सेतु से एम्स रोड- सावरकर सेतु पर एम्स से आरआरएल तक आने वाली रोड के एक हिस्से पर वनवे रूट है। आरओबी के नीचे हबीबगंज नाका से एम्स जाने वाले वाहन सिंगल रूट से एम्स जाते हैं, जिससे सामने से आने वाले वाहन और ब्रिज से तेज रफ्तार उतरने वाले वाहनों से भिडं़त होने का खतरा रहता है।
सुभाष नगर आरओबी के डिजाइन में मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने संशोधन करवाए हैं। रोटरी बनने के बाद यहां पर ट्रैफिक कंट्रोल किया जा सकेगा।
एमपी सिंह, ईई, पीडब्ल्यूडी
मैनिट ने जैसा कहा था, हमने वैसा बना दिया। अभी भी उन्हें आपत्ति है तो मौके पर आकर बता दें, क्या और कैसे बनाना है?
दीप जैन, ईई, सीपीए
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