व्यापमं चौराहा- आठ माह पहले एमपी नगर थाने के सामने की रोटरी निगम ने तोड़ दी थी। इससे वेटिंग एरिया बढ़ गया। सही जगह मार्र्किंग और सिग्नल चालू नहीं होने से वाहन चालक भ्रमित हो रहे हैं। ऐसे में हादसे होते हैं।
डिपो चौराहा- स्मार्ट रोड पर भारत माता चौराहा इतना चौड़ा हो गया है कि वाहन चालक क्रॉसिंग पर असमंजस में पड़ जाते हैं। ट्रैफिक सिग्नल अक्सर बंद रहते हैं।
राजभवन रोटरी- राजभवन से बाणगंगा की ओर सीपीए ने गलत रोटरी बना दी। मैनिट ने गलती पकड़ी, लेकिन सीपीए ने यहां डिवाइडर बनाकर समस्या को बढ़ा दिया। दीवारनुमा रोटरी से वाहन चालक टकराकर गिर रहे हैं।
सुभाष नगर आरओबी- मैदा मिल साइट पर एसबीआई कॉलोनी के पास ब्रिज से उतरने वाले ट्रैफिक के लिए रोटरी बनेगी। डीबी मॉल, जिंसी, अंडरब्रिज से आने वाले वाहन इसी रोटरी से जाएंगे। ब्रिज से आने वाले वाहनों से ये टकरा सकते हैं।
सावरकर सेतु से एम्स रोड- सावरकर सेतु पर एम्स से आरआरएल तक आने वाली रोड के एक हिस्से पर वनवे रूट है। आरओबी के नीचे हबीबगंज नाका से एम्स जाने वाले वाहन सिंगल रूट से एम्स जाते हैं, जिससे सामने से आने वाले वाहन और ब्रिज से तेज रफ्तार उतरने वाले वाहनों से भिडं़त होने का खतरा रहता है।
एमपी सिंह, ईई, पीडब्ल्यूडी
मैनिट ने जैसा कहा था, हमने वैसा बना दिया। अभी भी उन्हें आपत्ति है तो मौके पर आकर बता दें, क्या और कैसे बनाना है?
दीप जैन, ईई, सीपीए