मैं ट्रेन के साथ-साथ चलने लगा, ट्रेन की स्पीड तेज होती जा रही थी। मैने उससे कहा कि हाथ छोड़ो मैं आपको प्लेटफार्म की ओर खींच लूंगा लेकिन वह बेहद डर गई थी और हाथ छोडऩे को तैयार नहीं हुई। मैने उसे बचाने के लिए झटका देकर खींच लिया। जरा सी चूक लेती जान, खत्म हो जाता सेना में जाने का सपना छात्रा को बचाने के बाद आरपीएफ ने ट्रेन रुकवाकर उसके साथ के लोगों को उतरवाया। छात्रा घबराई हुई थी उसने मेडिकल हेल्प लेने से मना कर दिया।
पूछताछ में पता चला जहांगीराबाद निवासी रूपा अग्रवाल सहपाठियों के साथ आर्मी मेडिकल कोर में शार्ट सर्विस कमीशन के लिए परीक्षा देने झांसी जा रही थी। ट्रेन को निकलते देखा तो सोचा जल्दी पहुंच जाएंगे जिसके चलते सामने से गुजर रही एसी बोगी में चढऩे लगे।
छात्रा इतना घबराई हुई थी कि वह ठीक से बात भी नहीं कर पा रही थी, उसने और साथियों ने कांस्टेबल का धन्यवाद किया, सभी ने कहा कि अभी जरा सी चूक से छात्रा की जान चली जाती। यदि पैर को भी कोई नुकसान पहुंचता तो आर्मी में जाने के सपना तो पूरी तरह ही खत्म हो जाता। सभी को कुछ समय बाद सम्पर्क क्रांति से रवाना किया गया।