दरअसल, भाजपा नेताओं के नाम हनी ट्रैप में आने से राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ चिंतित हो गया है। सूत्रों के अनुसार संघ ने मध्यक्षेत्र इकाई से इसकी रिपोर्ट तलब की है। क्षेत्र के प्रचारक दीपक विस्पुते इस संपूर्ण मामले की पड़ताल कर अपनी रिपोर्ट नागपुर मुख्यालय को भेजेंगे। पिछली कुछ घटनाओं में कुछ पदाधिकारियों की संलिप्तता के कारण संघ को दिक्कत का सामना करना पड़ा है।
चल रही है इंटरनल जांच
हनीट्रैप मामले में संघ यह देख रहा है कि उनके किसी पदाधिकारी की तो इसमें भूमिका नहीं है। बताया जाता है कि आरती दयाल के छतरपुर से संबंध रहे हैं। आरती संघ के कार्यक्रमों में भाग भी लेती रही है। हालांकि संघ ने इन तथ्यों को नकार दिया है। लेकिन इस खुलासे से हड़कंप है। क्योंकि इस मामले की एक आरोपी बीजेपी नेता घर ही किराए पर रहती थी। इसके साथ ही अन्य बीजेपी नेताओं के नाम उछाले जा रहे हैं।
हनीट्रैप मामले में संघ यह देख रहा है कि उनके किसी पदाधिकारी की तो इसमें भूमिका नहीं है। बताया जाता है कि आरती दयाल के छतरपुर से संबंध रहे हैं। आरती संघ के कार्यक्रमों में भाग भी लेती रही है। हालांकि संघ ने इन तथ्यों को नकार दिया है। लेकिन इस खुलासे से हड़कंप है। क्योंकि इस मामले की एक आरोपी बीजेपी नेता घर ही किराए पर रहती थी। इसके साथ ही अन्य बीजेपी नेताओं के नाम उछाले जा रहे हैं।
दिग्विजय ने किया है वार
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने हनी ट्रैप में महाराष्ट्र के मंत्री संभाजी पाटिल निलंगेकर पर निशाना साधा है। वे बोले कि सागर की श्वेता विजय जैन का वीडियो वायरल हुआ तो वह महाराष्ट्र में किसके साथ थी। पता लगाएं। दिग्विजय ने यह भी कहा कि जीतू जिराती युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष थे तो श्वेता महामंत्री थी। संभाजी मोर्चा अध्यक्ष थे। यह भी पता लगाएं कि भाजपा के एक कलाकार ने विजय की दुकान का उद्घाटन किया था या नहीं।
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने हनी ट्रैप में महाराष्ट्र के मंत्री संभाजी पाटिल निलंगेकर पर निशाना साधा है। वे बोले कि सागर की श्वेता विजय जैन का वीडियो वायरल हुआ तो वह महाराष्ट्र में किसके साथ थी। पता लगाएं। दिग्विजय ने यह भी कहा कि जीतू जिराती युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष थे तो श्वेता महामंत्री थी। संभाजी मोर्चा अध्यक्ष थे। यह भी पता लगाएं कि भाजपा के एक कलाकार ने विजय की दुकान का उद्घाटन किया था या नहीं।
हनी ट्रैप मामले में गिरफ्तार आरती दयाल और मोनिका ने फिर 27 सितंबर तक के लिए पुलिस रिमांड पर दे दिया। इस दौरान पहली बार पलसिया टीआई शशिकांत चौरसिया ने यह कहते हुए सात दिन का रिमांड मांगा कि आरोपियों ने बड़ी हस्तियों को ब्लैकमेल कर फायदा उठाया है, उनसे पूछताछ बाकी है। नहीं तो पुलिस अभी तक सिर्फ इंदौर नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह के बारे में ही बात करती रही है।