भोपाल

निजी स्कू ल में नि:शुल्क शिक्षा लेने से वंचित रह सक ते हैं गरीब बच्चे

आरटीइ में प्रवेश

भोपालMay 23, 2019 / 07:09 am

jitendra yadav

निजी स्कू ल में नि:शुल्क शिक्षा लेने से वंचित रह सक ते हैं गरीब बच्चे

भोपाल मंडीदीप. आरटीइ (राइट टू एज्यूकेशन) के तहत निजी स्कू लों में निशुल्क शिक्षा लेने से क ई बच्चे इस साल वंचित रह सकते हैं। शिक्षा विभाग ने प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया तो शुरू क ी है, लेकि न प्रचार प्रसार के अभाव मेंं क ई पालक ों क ो इसकी जानकारी ही नहीं है। इसके चलते २१ दिन के अंदर आवेदन क ा आंकड़ा ३४९ पर सिमट गया है। जबकि अंतिम तिथि में आठ दिन का समय शेष है।
पिछले साल भी खाली रह गईं थी कई सीटें
पिछले साल ब्लॉक में करीब १७०० सीट निर्धारित थी, उस समय भी यही स्थिति होने से आधे से ज्यादा सीटें खाली रह गई थी। उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग के अनुसार एक बच्चे पर शासन क ी तरफ से चार हजार या फि र उससे भी अधिक की राशि बच्चों क ो शिक्षा देने निजी स्कूलों को दी जाती हैं। जिससे कि उनक ा भविष्य संवर सके।
२०१० में शुरू हुई थी योजना
कें द्र सरक ार ने ६ से १४ क ी उम्र के गरीब बच्चों के मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा देने के उद्देश्य से २०१० में शिक्षा का अधिकार अधिनियम आरटीई बनाया था। इसमें निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के लिए २५ प्रतिशत सीट रिजर्व रखक र उनक ो नर्सरी से प्रवेश दिलाकर निशुल्क शिक्षा देनी है। शिक्षा विभाग की अनदेखी से बच्चों इसका लाभ मिलता नहीं दिख रहा है।
२१ दिन में आए ३४९ बच्चों के आवेदन
इस बार नवीन शिक्षा सत्र २०१९-२० के लिए ३० अप्रेल से आरटीइ में शिक्षा लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन क ी प्रक्रि या शुरू हुई थी। शिक्षा विभाग ने आरटीइ में नवीन शिक्षा सत्र में ब्लॉक के १३६ निजी स्कू लों में एक हजार ७९६ सीट निर्धारित क ी है। इसके लिए आवेदन क रने ३० दिन क ा समय निर्धारित किया है। इसमें २१ दिन के अंदर ३४९ बच्चों के ही ऑनलाइन आवेदन आए हैं। जबकि इसमें २९ मई आवेदन की अंतिम तिथि है। ऐसे में आगे भी आवेदन क ी यही रफ्तार रही तो सीट भरने क ा आंक ड़ा आधा तो दूर क ी बात पांच सौ तक भी नहीं पहुंच पाएगा। इसमें स्कू ल की सीट रिक्त रहने के साथ बच्चे आरटीइ में पढ़ाई से वंचित रह जाएंगे।
– आरटीइ में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रि या शुरू हो गई है। हमारी तरफ से शिक्षक और निजी स्कू ल संचालक ों क ो भी बच्चों क ो इसक ी जानक ारी देने के निर्देश दिए हैं। इस साल स्कूलों से आवेदन प्रक्रि या में पूरी जानकारी मांगी जा रही है, जिससे पात्र बच्चों क ा ही इसका लाभ मिल सके। आने वाले दिनों में लक्ष्य के बराबर आवेदन आने क ी संभावना है।
एसएन चौहान, बीआरसी औबेदुल्लागंज
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