पिछले साल जुलाई में हुई थी लॉटरी, सितम्बर तक एडमिशन
आरटीई के तहत एडमिशन देने की प्रक्रिया राज्य शिक्षा केन्द्र की ओर से आयोजित की जाती है। लेकिन हर वर्ष इसमें देरी होती है। पिछले वर्ष आरटीई की लॉटरी एक जुलाई को हुई थी, जिसके बाद निजी स्कूलों में बच्चों का निशुल्क प्रवेश सितम्बर तक जारी रहा। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि, अभी निजी स्कूलों में नि:शुल्क 25 फीसदी सीटों का निर्धारण करने की प्रक्रिया चल रही है। अप्रैल में आवेदन करने की घोषणा हो जाएगी।
पत्र लिखकर की मांग
सामाजिक कार्यकर्ता बीएल जोनवार ने फरवरी में राज्य शिक्षा केन्द्र संचालक को पत्र लिखकर शिक्षा के अधिकार के तहत प्रवेश प्रक्रिया जल्द शुरू करने की मांग की है। जोनवार ने कहा कि, एक ओर निजी स्कूलों के सत्र शुरू हो गए हैं, वहीं विभाग ने अब तक आवेदन लेना भी शुरू नहीं किया है। जब तक आरटीई की लॉटरी होगी। कमजोर आय वर्ग वाले विद्यार्थी एडमिशन लेंगे, वे पढ़ाई में इतने पीछे हो जाएंगे कि फिर बराबरी करने में मुश्किल होगी।