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ये कैसा शिक्षा का अधिकार : विभाग की लापरवाही से हर साल पिछड़ जाती है पढ़ाई

locationभोपालPublished: Mar 09, 2020 01:26:19 am

Submitted by:

govind agnihotri

नए सत्र के लिए शिक्षा के अधिकार के तहत शुरू नहीं हुई प्रवेश प्रक्रिया

RTE admissions in MP private schools

ये कैसा शिक्षा का अधिकार : विभाग की लापरवाही से हर साल पिछड़ जाती है पढ़ाई

भोपाल. स्कूल शिक्षा विभाग की लापरवाही के चलते प्रदेशभर में हजारों मासूम पढ़ाई में पिछड़ जाएंगे। शहर के अधिकतर निजी स्कूलों में परीक्षाएं खत्म हो चुकी हैं और लगातार नया सत्र शुरू होता जा रहा है। इसके बावजूद स्कूल शिक्षा विभाग ने अब तक शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के तहत एडमिशन की प्रक्रिया भी शुरू नहीं की है। ऐसे में जब तक आरटीई की लॉटरी की प्रक्रिया होगी और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को निजी स्कूलों में नि:शुल्क प्रवेश मिलेगा तब तक मार्च से पढ़ाई शुरू कर चुके विद्यार्थियों का आधा सत्र बीत चुका होगा। इसका खामियाजा गरीब बच्चों को उठाना पड़ेगा।

पिछले साल जुलाई में हुई थी लॉटरी, सितम्बर तक एडमिशन
आरटीई के तहत एडमिशन देने की प्रक्रिया राज्य शिक्षा केन्द्र की ओर से आयोजित की जाती है। लेकिन हर वर्ष इसमें देरी होती है। पिछले वर्ष आरटीई की लॉटरी एक जुलाई को हुई थी, जिसके बाद निजी स्कूलों में बच्चों का निशुल्क प्रवेश सितम्बर तक जारी रहा। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि, अभी निजी स्कूलों में नि:शुल्क 25 फीसदी सीटों का निर्धारण करने की प्रक्रिया चल रही है। अप्रैल में आवेदन करने की घोषणा हो जाएगी।

पत्र लिखकर की मांग
सामाजिक कार्यकर्ता बीएल जोनवार ने फरवरी में राज्य शिक्षा केन्द्र संचालक को पत्र लिखकर शिक्षा के अधिकार के तहत प्रवेश प्रक्रिया जल्द शुरू करने की मांग की है। जोनवार ने कहा कि, एक ओर निजी स्कूलों के सत्र शुरू हो गए हैं, वहीं विभाग ने अब तक आवेदन लेना भी शुरू नहीं किया है। जब तक आरटीई की लॉटरी होगी। कमजोर आय वर्ग वाले विद्यार्थी एडमिशन लेंगे, वे पढ़ाई में इतने पीछे हो जाएंगे कि फिर बराबरी करने में मुश्किल होगी।

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