राष्ट्रीय बाल आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने डीजीपी विवेक जौहरी को पत्र लिखकर कहा है कि दिग्विजय सिंह के बयान पर सरस्वती शिशु मंदिर में पढऩे वाले कुछ बच्चों ने आयोग से संज्ञान लेने का अनुरोध किया है। बच्चों का कहना है कि कांग्रेस नेता के बयान से उन्हें आघात लगा है। बच्चों के शिकायत पर से प्रतीत होता है कि दिग्विजय सिंह की टिप्पणी से उनके मान-सम्मान को ठेस पहुंची है। उनकी टिप्पणी भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ए (ए)(बी), 504 व 505 का उल्लंघन है। इसके साथ ही किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धाराओं का उल्लंघन भी हुआ है। मालूम हो दिग्विजय सिंह ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि हम जिनसे लड़ रहे हैं, उन्हें शिशु मंदिर से ही नफरत सिखाई जाती है। इनकी नफरत के कारण ही देश में दंगे होते हैं।