भोपाल

निशान मिले लकड़बग्घे के, कह दिया तेंदुआ आया… अफवाह पर अब देना होगा जवाब

अधिकारियों को जानकारी दिए बिना कर दी थी तेंदुआ होने की घोषणा, तीसरे दिन भी नहीं मिला वीआईपी रेस्ट हाउस से लेकर पूरे इलाके में तेंदुआ का कोई सबूत

भोपालNov 09, 2019 / 12:44 am

praveen malviya

leopards entered the city situation is panic

भोपाल. अंधेरे में एक परछाई और वीआईपी रेस्ट हाउस में मिले लकड़बग्घे के पंजों के निशान देखकर वन विभाग के उडऩदस्ते ने आनन-फानन में तेंदुआ आने की घोषणा कर दी। लेकिन संवेदनशील वीआईपी रेस्ट हाउस में सर्चिंग से लेकर वहां मिले निशानों की जानकारी तक उच्च अधिकारियों को नहीं दी गई। वन विभाग की टीमें तीन दिन बाद भी रेस्ट हाउस से लेकर पूरे इलाके में कहीं तेंदुए के होने या आने की जानकारी नहीं जुटा सकी हैं। शुक्रवार को रेस्ट हाउस में पिंजरा और ट्रेप कैमरा लगाया गया।

लालघाटी स्थित वीआईपी रेस्ट हाउस के पास रहने वालों ने बुधवार देर रात किसी वन्य प्राणी के दिखने की सूचना पर वन विभाग के उडऩदस्ते और क्रेक टीम ने सर्चिंग की थी। रेस्ट हाउस परिसर में पंजे के निशान मिलते ही उनकी बारीकी से पुष्टि किए बिना तेंदुआ होने की घोषणा कर दी गई, जिससे पूरे इलाके में तेंदुए की दहशत फैल गई। दूसरे दिन वरिष्ठ अधिकारियों ने पंजों के निशान देखे तो बारीकी से जांचने पर वह लकड़बग्घे के पाए गए। इसके बाद उडऩदस्ता प्रभारी से पूछा गया है कि इस तरह की सर्चिंग और तेंदुए होने की पुष्टि करने के पहले वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा क्यों नहीं की गई। अब न केवल जवाब देना होगा बल्कि इस तरह के सर्चिंग अभियान और कार्रवाई के लिए नई व्यवस्था तय करने पर भी विचार किया जा रहा है।

दूसरी ओर वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने शुक्रवार को पूरे मामले को अपने हाथ में ले लिया। एसडीओ सुनील भारद्वाज ने टीम के साथ वीआईपी गेस्ट हाउस से लेकर एयरपोर्ट तक निरीक्षण करने के साथ सर्चिंग की। रेस्ट हाउस परिसर में पिंजरा और ट्रैप कैमरा भी लगवाया गया है।

वीआईपी रेस्ट हाउस से लेकर एयरपोर्ट तक सर्चिंग की गई, पगमार्ग नहीं मिले हैं, साथ ही अन्य स्थितियां देखते हुए रेस्ट हाउस या आसपास तेंदुआ होने की आशंका नहीं है, फिर भी एहतियात के तौर पर पिंजरा लगाकर ट्रैप कैमरा लगाया गया है।
सुनील भारद्वाज, एसडीओ

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