भाइयों ने किया पीछा लेकिन लगा दी छलांग
डॉ. पराग पाठक को बीपी की शिकायत रहती थी। 28 अप्रेल को सुबह करीब 9 बजे घर पर अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। पत्नी ने उन्हें इलाज के लिए अरेरा कॉलोनी स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। यहां बताया गया कि पराग को ब्रेन हेमरेज हुआ है। सर्जरी के बाद भी हालत नहीं सुधरी तो वेंटीलेटर पर लिया गया। जीजा की तबीयत की जानकारी मिलते ही जबलपुर से उनके साले राजेन्द्र और राजेश भी भोपाल आ गए थे। इस बीच सोमवार रात करीब ढ़ाई बजे डॉक्टरों ने परिजनों को बताया कि पराग की इलाज के दौरान मौत हो गई। पति के निधन की जानकारी मिलते ही प्रीति ने कहा कि मेरा सब कुछ चला गया अब मैं नहीं जीना चाहती, परिजन कुछ समझ पाते तब तक वह कार लेकर वहां से निकल चुकी थी।
रात-3 बजे लगाई छलांग, सुबह-6.30 बजे निकाला गया शव
प्रीति ने भदभदा ब्रिज के पास कार खड़ी की और पानी में छलांग लगा दी। इस दौरान वहां से गुजर रहे रातीबड़ निवासी युवक ने पुलिस को सूचना दी। प्रीति के भाई भी घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने कार बहन की होना बताया। सुबह करीब 6.30 बजे पुलिस ने शव को भदभदा से बाहर निकलवाया और पीएम के लिए हमीदिया भेज दिया।