शादियों में मंगलगीतों के गायन से धीरे-धीरे गीत-संगीत का यह सिलसिला चला। उन्हें इस क्षेत्र में करीब 25 वर्ष हो गए हैं। उनके साथ 55 लोग जुड़े हैं, जिनमें 25-30 महिलाएं हैं। लगभग दस लड़कियों को वे इस समय शिक्षा और संगीत में मदद कर रही हैं। पढ़ाई के साथ-साथ म्यूजिक भी सिखा रही हैं। दस वर्षों से 100 से अधिक लड़कियों को उन्होंने तैयार किया है। अतिथि शिक्षक के रूप में पिछले दस वर्षों हिंदी, संस्कृत, सोशल साइंसपढ़ा रहीं साधना ने खेरागढ़ यूनिवर्सिटी से म्यूजिक में स्नातक की डिग्री ली है।