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डिस्चार्ज ऐप्लिकेशन मालेगांव धमाके की अरोपी साध्वी प्रज्ञा के साथ समीर कुलकर्णी और लेफ्टिनेंट प्रसाद पुरोहित ने दाखिल की थी। तीनों ने इस केस से रिहाई की अर्जी कोर्ट में दी है। साध्वी प्रज्ञा समेत दो अन्य आरोपियों ने इस मामले में खुद को निर्दोष बताते हुए अदालत रिहा करने की बात कही है।
डिस्चार्ज ऐप्लिकेशन मालेगांव धमाके की अरोपी साध्वी प्रज्ञा के साथ समीर कुलकर्णी और लेफ्टिनेंट प्रसाद पुरोहित ने दाखिल की थी। तीनों ने इस केस से रिहाई की अर्जी कोर्ट में दी है। साध्वी प्रज्ञा समेत दो अन्य आरोपियों ने इस मामले में खुद को निर्दोष बताते हुए अदालत रिहा करने की बात कही है।
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मालेगांव ब्लास्ट में साध्वी प्रज्ञा सात जून को मुंबई स्थित एनआईए के स्पेशल कोर्ट में पेश हुई थीं। इस दौरान उनसे जज ने कई सवाल पूछे थे। जिसका जवाब उन्होंने हर बार यही दिया कि मैं नहीं जानती हूं। दरअसल, एनआईए कोर्ट ने कहा था कि सप्ताह में एक दिन आरोपियों को सुनवाई के दौरान कोर्ट में पेश होना होगा। इसी के बाद साध्वी पेश हुईं थी।
मालेगांव ब्लास्ट में साध्वी प्रज्ञा सात जून को मुंबई स्थित एनआईए के स्पेशल कोर्ट में पेश हुई थीं। इस दौरान उनसे जज ने कई सवाल पूछे थे। जिसका जवाब उन्होंने हर बार यही दिया कि मैं नहीं जानती हूं। दरअसल, एनआईए कोर्ट ने कहा था कि सप्ताह में एक दिन आरोपियों को सुनवाई के दौरान कोर्ट में पेश होना होगा। इसी के बाद साध्वी पेश हुईं थी।
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दरअसल, 29 सितंबर 2008 को मालेगांव में मस्जिद के बाहर हुए ब्लास्ट में छह लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना में 101 लोग घायल हुए था। जिसके बाद नवंबर 2008 में मुंबई एटीएस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। साल 2011 में इसकी जांच एनआईए को सौंप दी गई थी।
दरअसल, 29 सितंबर 2008 को मालेगांव में मस्जिद के बाहर हुए ब्लास्ट में छह लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना में 101 लोग घायल हुए था। जिसके बाद नवंबर 2008 में मुंबई एटीएस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। साल 2011 में इसकी जांच एनआईए को सौंप दी गई थी।