साध्वी प्रज्ञा ने कहा- बदला जाए इस्लामनगर, लालघाटी और हलाली डैम का नाम, ये धोखे की याद दिलाता है
सांसद ने कहा- किसानों को अपनी बात रखने का अधिकार है लेकिन किसान आंदोलन में घुसे कुछ लोग देश को हानि पहुंचाना चाहते हैं।

भोपाल. 72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भी अपने आवास पर ध्वजारोहण किया। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने इस्लामनगर और लालघाटी का नाम बदले की मांग रखी। साध्वी ने कहा कि इस्लामनगर नहीं था पहले मध्यकाल में मुगल शासकों ने उत्पाद मचाया था। राजा मोहम्मद खां ने अपने दोस्तों को धोखे से बुलाकर कत्ल किया। उनके खून के कारण इसका नाम लालघाटी पड़ा है।
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा, ''मैं प्रयास कर रही हूं. लालघाटी, हलाली डैम, इस्लामनगर के नाम बदलकर, भारत का जो वास्तविक इतिहास है वह पुनर्स्थापित होगा। बहुत अच्छे नामों के साथ, क्रांतिवीरों के नामों के साथ भोपाल फिर से स्थापित हो रहा है। साध्वी प्रज्ञा ने किसान आंदोलन पर कहा कि इसकी आड़ में वामपंथी ओर देश विरोधी अपनी कुत्सिक मानसिकता पूरी कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश में नाम बदलने की सियासत
उत्तर प्रदेश के बाद अब मध्य प्रदेश में भी नाम बदलने की सियासत शुरू हुई है। प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ईदगाह हिल्स का नाम बदलकर गुरुनानक टेकरी और पूर्व राज्यसभा सांसद प्रभात झा हबीबगंज स्टेशन का नामकरण अटल जंक्शन करने की मांग उठा चुके हैं। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी हलाली डैम के संबंध में बीजेपी विधायक विष्णु खत्री को पत्र लिखा था। उन्होंने कहा था कि ये नाम विश्वाघात की कहानी की याद दिलाता है। इसलिए इसका नाम बदलने पर विचार किया जाए।
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