सहारा समूह के प्रमुख सुब्रतो राय हर साल स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर समूह कर्मचारियों, अधिकारियों को संदेश देते हैं। इस बार भी उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर अपने लाखों कार्यकर्ताओं के नाम संदेश दिया था जोकि सहारा के हर ऑफिस में भी पढ़ा गया। इस संदेश में सुब्रतो राय ने अमृत महोत्सव वर्ष में देश में हुई गंभीर सांप्रदायिक घटनाओं पर चिंता जताई। अपने संदेश में उन्होंने लिखा कि कुछ घटनाएं इतनी डरावनी हैं जो हमारे बहुलतावादी देश के भविष्य के प्रति आशंकाएं जताती हैं। राय ने लिखा है कि ऐसी घटनाएं इस बात की संकेत हैं कि देश में रहने वाले विभिन्न संप्रदायों के बीच आपसी सद्भाव में कमी आ रही है. उनके बीच विद्वेष बढ़ रहा है और नफरत की खाई चौड़ी हो रही है। राष्ट्र के लिए यह शुभ नहीं है।
सुब्रतो राय के इस संदेश पर बीजेपी नेता भड़क गए. बीजेपी नेताओं ने सुब्रतो राय के इस संदेश पर कड़ी आपत्ति जताई। बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने तो बाकायदा मुख्यमंत्री को पत्र लिखा. उन्होंने इस पत्र में सुब्रतो राय द्वारा देश का अपमान करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ उचित वैधानिक कार्रवाई करने की मांग की। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ हितेश वाजपेई ने भी ट्वीट किया कि जिस सुब्रतो राय पर धोखाधड़ी की 100 से ज्यादा एफआईआर दर्ज है वह देश के विकास को नजरअंदाज कर विपक्षी नेता जैसा आचरण कर रहा है। बेहद शर्मनाक और निंदनीय।
गौरतलब है कि सहारा प्रमुख सुब्रतो राय के खिलाफ धोखाधड़ी और लोगों को पैसा वापस न लौटाने के आरोप में 100 से ज्यादा आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। मध्यप्रदेश में भी ऐसे अनेक केस दर्ज हैं. इतने मामले दर्ज होने के बाद भी पुलिस अभी तक सुब्रतो राय को गिरफ्तार करने में सफल नहीं हो पाई है। अब बीजेपी नेताओं की मांग के बाद इस केस में सुब्रतो राय पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है.