नवरात्र में आराधना- तीन दिन तक जमीन के अंदर रहे स्वामीजी, तपस्या कर बाहर आए
भोपालPublished: Oct 03, 2022 11:43:03 pm
navratra 2022 भोपाल में माता मंदिर साउथ टीटी नगर में है दरबार, भू-समाधि से बाहर आए स्वामी पुरुषोत्तमानंद महाराज, पुलिस ने नहीं दी थी अनुमति फिर भी ली थी
navratra 2022 राजधानी के माता मंदिर साउथ टीटी नगर क्षेत्र में तीन दिन की भू-समाधि के बाद स्वामी पुरुषोत्तमानंद महाराज सोमवार को बाहर आ गए। नवरात्र के दौरान वे तीन दिवसीय भू-समाधि लेने की घोषणा कर चुके थे, लेकिन पुुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी थी। इसके बाद भी उन्होंने मां भद्रकाली विजयासन दरबार साउथ टीटी नगर में ही तकरीबन सात फीट गहरा गड्ढा बनवाकर उसमें चले गए थे और तीन दिन की साधना के बाद बाहर निकले। सोमवार को दोपहर में वे बाहर आए तो अनेक श्रद्धालुओं ने फूल बरसाकर जयकारे लगाए। समाधि से बाहर निकलने के बाद बाबा पुरुषोत्तमानंद महाराज ने कहा कि मेरा तप पूरा हुआ। उनके सेवादारों का कहना था कि बाबा ने यह समाधि लोक कल्याण के लिए ली थी। गौरतलब है कि वे पहले भी इस तरह की समाधि ले चुके हैं। जमीन के अंदर किए गए गड्ढे में वे ध्यान लगाते हैं। ऊपर से उसे लकड़ी के पटियों से पाट दिया जाता है। समाधि में बैठने के दो दिन पहले से वे खाना त्याग देते हैं। केवल थोडा सा पानी ही लेते हैं। इसी तरह जमीन के अंदर जाने के बाद भी वे कुछ नहीं खाते हैं। ध्यान की अवस्था में रहते हैँ। वे बताते हैँ कि ध्यानस्थ अवस्था में उन्हें किसी भी प्रकार के ऐंद्रिक जरूरतों का भान ही नहीं रहता है। उन्हें अंदर न सर्दी लगती है और न गर्मी लगती है। समाधि वे जगत के कल्याण के लिए लेते हैँ। इस दौरान वे सभी के कल्याण के लिए प्रार्थना करते हैं। उनके शरीर पर इसका कोई ज्यादा प्रभाव नहीं होता है।