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अब 70 फीसदी उपस्थिति नहीं तो 5 वीं का छात्र रहेगा परीक्षा से वंचित

locationभोपालPublished: Oct 14, 2016 11:49:00 am

Submitted by:

pradeep beedawat

शिष्य कमजोर निकले तो गुरुजी को देना जवाब, पांचवी बोर्ड परीक्षा के परिणाम से शिक्षकों का भी होगा मूल्यांकन

जालोर. अब प्रारंभिक स्तर से शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए शिक्षा विभाग ने कदम उठाने शुरू किए हैं। अब पांचवी कक्षा का विद्यार्थी अगर ७० फीसदी उपस्थित नहीं रहता है तो उसे परीक्षा से वंचित किया जा सकेगा। इतना ही नहीं पांचवी के विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम को लेकर शिक्षकों की जवाबदेही भी तय होगी। इसमें परीक्षा परिणाम खराब रहने पर शिक्षकों को स्पष्टीकरण देना होगा।
दरअसल, प्रारम्भिक शिक्षा विभाग की ओर से पांचवी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए ‘जिला स्तरीय प्राथमिक शिक्षा अधिगम स्तर मूल्यांकन-२०१७Ó परीक्षा का आयोजन कराया जाएगा। इस परीक्षा से विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों का भी मूल्यांकन किया जाएगा। इतना ही पांचवी कक्षा में विद्यार्थियों का ठहराव सुनिश्चित करने के लिए प्रावधान किए गए हैं। इसमें उपस्थिति के आधार पर अंक भी मिलेंगे। वहीं इस परीक्षा में विद्यार्थियों का स्तर कमजोर पाया जाता है तो शिक्षकों की जवाबदेही तय होगी। कमजोर परिणाम वाले विद्यालयों के शिक्षकों को विभाग की ओर से नोटिस जारी किया जाएगा।
उपस्थिति के भी मिलेंगे अंक
विद्यार्थियों का अधिक ठहराव सुनिश्चित करने के लिए उपस्थिति के भी अंक निर्धारित किए हैं। जो विद्यार्थी 86 से 100 फीसदी तक उपस्थिति दर्ज करवाएंग, उन्हें पांच अंक मिलेंगे। वहीं 76 से 85 फीसदी तक उपस्थिति पर चार अंक दिए जाएंगे। वहीं 71 से 75 फीसदी पर तीन अंक मिलेंगे। वहीं 70 फीसदी उपस्थिति पर दो अंक देय होंगे। वहीं 70 फीसदी से कम उपस्थिति वाले विद्यार्थी परीक्षा में नहीं बैठ सकेंगे। हालांकि, विशेष परिस्थिति में संस्था प्रधान की ओर से दस फीसदी उपस्थिति की छूट देकर परीक्षा में बैठने की इजाजत दे सकेंगे।
विद्यार्थियों को मिलेगी ग्रेडिंग
जिला स्तरीय प्राथमिक शिक्षा अधिगम स्तर मूल्यांकन-२०१७ परीक्षा में ग्रेडिंग व्यवस्था रहेगी। जिसमें अंकों के आधार पर ग्रेडिंग दी जाएगी। इसमें ९१ से १०० अंक लाने वाले विद्यार्थियों को ‘ए प्लसÓ ग्रेड मिलेगा। वहीं ७६ से ९० अंक लगाने वाले विद्यार्थियों को ‘एÓ ग्रेडिंग दी जाएगी। इसी तरह ६१ से ७५ अंक लाने वाले विद्यार्थियों को ‘बीÓ, ४१ से ६० अंक लाने वाले विद्यार्थियों को ‘सीÓ तथा ० से ४० अंक लाने वाले विद्यार्थियों को ‘डीÓ ग्रेड दिया जाएगा।
कमेटियों का होगा गठन
जिला स्तरीय प्राथमिक शिक्षा अधिगम स्तर मूल्यांकन-२०१७ परीक्षा को लेकर तीन कमेटियों का भी गठन किया जाएगा। जिसमें प्रशासनिक, शैक्षणिक व ब्लॉक स्तरीय कमेटी का गठन होगा। प्रशासनिक कमेटी में जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक शिक्षा अध्यक्ष, डाइट प्राचार्य उपाध्यक्ष एवं सदस्य सचिव होंगे। वहीं जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी का प्रतिनिधि, सभी बीईईओ, प्रधानाचार्यआदर्शउच्च माध्यमिक विद्यालय (मनोनीत-१), प्रधानाध्यापक उप्रावि (मनोनीत-२), सहायक लेखाधिकारी (मनोनीत) तथा पांचवी परीक्षा प्रभारी डाइट वरिष्ठ व्याख्याता बतौर सदस्य होंगे। इसी तरहर शैक्षणिक व ब्लॉक स्तरीय कमेटियों का भी गठन होगा।
बीस अंक का होगा सत्रांक
जिला स्तरीय प्राथमिक शिक्षा अधिगम स्तर मूल्यांकन में सत्रांक के २० अंक होंगे। जिसमें पांच अंक उपस्थिति के आधार दिए जाएंगे। इसके अलावा एसए प्रथम, एसए द्वितीय व एसए तृतीय से प्राप्त निर्धारित प्रारूप के अंक, अन्य शैक्षणिक व्यक्तिगत गुण, अभिवृत्तियां आधारित गतिविधियों के आधार पर भी अंकों का विभाजन होगा। मूल्यांकन में पोर्ट फोलियो की स्थिति, अवलोकन व मौखिक गतिविधियों में भागीदारी का भी अंकन होगा।
होगा मूल्यांकन
जिला स्तरीय प्राथमिक शिक्षा अधिगम स्तर मूल्यांकन से विद्यार्थियों का स्तर परखा जाएगा। वहीं परिणाम के आधार पर शिक्षकों की जवाबदेही भी तय होगी। कमजोर परिणाम रहने पर शिक्षकों को स्पष्टीकरण देना होगा।
-नरेन्द्र परमार, एडीपीसी, सर्व शिक्षा अभियान, जालोर
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