प्रदेश में वर्ष 2011 के बाद संविदा शाला शिक्षक चयन परीक्षा नहीं हुई है। वहीं इन सालों में शिक्षकों के नए पद स्वीकृत हुए और सेवानिवृत्ति भी हुई। इसके चलते अभी प्रदेश में शिक्षकों के 60 हजार से ज्यादा पद खाली पड़े हैं। इनमें से कैबिनेट ने 31 हजार 658 पद भरने की मंजूरी दी है, लेकिन चयन परीक्षा में अतिथि शिक्षकों के लिए पद आरक्षित रखने को लेकर भर्ती अटकी हुई थी।
हाल ही में सरकार ने इसे भी मंजूरी दे दी। इसके बाद विभाग ने भर्ती नियमों में संशोधन कर प्रस्ताव शासन को भेजा है। इसमें कहा गया है कि 90 दिनों में परीक्षा कराई जा सकती है। हालांकि प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) ने अब तक इसे अगले साल के परीक्षा कार्यक्रम में शामिल नहीं किया है।
2013 में हुई थी भर्ती घोषणा :
राज्य सरकार ने वर्ष 2013 में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले संविदा शाला शिक्षक चयन परीक्षा कराने की घोषणा की थी। तब से लगातार परीक्षा की तैयारी भी चल रही है। पीईबी लगातार तीन साल से संभावित परीक्षा कार्यक्रम घोषित कर रहा है। अब जबकि अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं तो सरकार की परीक्षा कराने की तैयारी पूरी हो गई है।
राज्य सरकार ने वर्ष 2013 में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले संविदा शाला शिक्षक चयन परीक्षा कराने की घोषणा की थी। तब से लगातार परीक्षा की तैयारी भी चल रही है। पीईबी लगातार तीन साल से संभावित परीक्षा कार्यक्रम घोषित कर रहा है। अब जबकि अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं तो सरकार की परीक्षा कराने की तैयारी पूरी हो गई है।
ये मिलेगा अतिथि शिक्षकों को लाभ:
इस परीक्षा में अतिथि शिक्षकों के लिए 25 फीसदी (7,914) पद आरक्षित रहेंगे। इसके अलावा उन्हें अनुभव के अंक भी दिए जाएंगे। जिन्हें जोड़कर मेरिट लिस्ट तैयार होगी। वहीं स्कूल शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि संविदा शिक्षकों की भर्ती को लेकर प्रक्रिया चल रही है। चयन परीक्षा जल्द कराने की तैयारी है।
इस परीक्षा में अतिथि शिक्षकों के लिए 25 फीसदी (7,914) पद आरक्षित रहेंगे। इसके अलावा उन्हें अनुभव के अंक भी दिए जाएंगे। जिन्हें जोड़कर मेरिट लिस्ट तैयार होगी। वहीं स्कूल शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि संविदा शिक्षकों की भर्ती को लेकर प्रक्रिया चल रही है। चयन परीक्षा जल्द कराने की तैयारी है।
इधर, दो साल से संविदा शिक्षक परीक्षा नहीं :-
संविदा शिक्षक वर्ग 1, 2 और 3 के करीब 40 हजार पदों पर भर्ती परीक्षा होनी है। जानकारी के अनुसार इसे लेकर सरकार पिछले दो साल से तैयारी कर रही है, लेकिन परीक्षा नहीं हो पाई। ऐसे में अब एक बार फिर सरकार ने प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है।
संविदा शिक्षक वर्ग 1, 2 और 3 के करीब 40 हजार पदों पर भर्ती परीक्षा होनी है। जानकारी के अनुसार इसे लेकर सरकार पिछले दो साल से तैयारी कर रही है, लेकिन परीक्षा नहीं हो पाई। ऐसे में अब एक बार फिर सरकार ने प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है।
पीईबी ने इसे अगले साल यानि 2018 की परीक्षाओं में शामिल कर लिया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने पहली बार वर्ष 2015 में संविदा शिक्षकों की भर्ती कराने की तैयारी की थी। इसके लिए पीईबी से पात्रता परीक्षा कराने तक के लिए कह दिया गया था। इसके बाद अचानक मामला दब गया। फिर इसे वर्ष 2016 की परीक्षाओं में शामिल कराने की तैयारी की गई। व्यापमं ने इसे अपने परीक्षा कैलेंडर में भी शामिल कर लिया था, लेकिन परीक्षा नहीं हो पाई। अब वर्ष 2017 की संभावित परीक्षाओं में इसे दोबारा शामिल कर लिया है।
वहीं पीईबी के परीक्षा नियंत्रक आलोक चौबे का कहना था कि परीक्षा कराने को लेकर जिन विभागों का प्रस्ताव आता है, उनकी परीक्षा को कैलेंडर में शामिल कर लिया जाता है। संविदा शिक्षक भर्ती परीक्षा कराने को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग का प्रस्ताव पहले से ही है। जब नियम आ जाएंगे, परीक्षा करा दी जाएगी।