प्रदर्शनकारियों ने कहा कि 18 महीने गुजरने और मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश के बाद भी कोई मांग पूरी नहीं हुई है। साथ ही उनका आरोप है कि कांग्रेस सरकार ने अपने वचन पत्र को पूरा नहीं किया।
ये कर्मचारियों की मांग-
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की मुख्य मांग नियमितीकरण, 90 प्रतिशत वेतन लागू और निष्कासित कर्मचारियों की बहाली की है। संविदा स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 1 अगस्त 2019 को नियमित का 90 प्रतिशत वेतन संविदाकर्मियों को देने के निर्देश दिए थे। लेकिन इसके बाद भी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन/राज्य स्वास्थ्य समिति में 5 जून 2018 सामान्य प्रशासन नीति के तहत 90 प्रतिशत वेतन लागू नहीं हुआ है।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की मुख्य मांग नियमितीकरण, 90 प्रतिशत वेतन लागू और निष्कासित कर्मचारियों की बहाली की है। संविदा स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 1 अगस्त 2019 को नियमित का 90 प्रतिशत वेतन संविदाकर्मियों को देने के निर्देश दिए थे। लेकिन इसके बाद भी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन/राज्य स्वास्थ्य समिति में 5 जून 2018 सामान्य प्रशासन नीति के तहत 90 प्रतिशत वेतन लागू नहीं हुआ है।
यह रहेगी आंदोलन की रणनीति-
-10 और 11 अक्टूबर को जिला स्तर पर काली पट्टी बांधकर काम किया जाएगा।
-16 अक्टूबर 2019 को जिला स्तर पर स्थानीय सत्ताधारी विधायक/मंत्री/कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन दिया जाएगा।
-21 अक्टूबर 2019 को राजधानी भोपाल में बड़ा धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
-10 और 11 अक्टूबर को जिला स्तर पर काली पट्टी बांधकर काम किया जाएगा।
-16 अक्टूबर 2019 को जिला स्तर पर स्थानीय सत्ताधारी विधायक/मंत्री/कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन दिया जाएगा।
-21 अक्टूबर 2019 को राजधानी भोपाल में बड़ा धरना प्रदर्शन किया जाएगा।