यह बात राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने रविवार को गुजराती समाज भवन में आयोजित प्रतिमा अनावरण समारोह में कही। उन्होंने सरदार पटेल की प्रतिमा का अनावरण कर कहा कि भारत के एकीकरण में सरदार पटेल का महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए उन्हें लौह पुरुष कहा जाता है। युवा सरदार पटेल के विचारों को समझें और आत्मसात करें।
जन्म दिन जैसे उत्सवों पर आंगनबाड़ी जाएं
राज्यपाल ने कहा कि परिवारों में साल में कम से कम पांच बार ऐसे अवसर आते हैं, जब हम घर के सदस्यों के साथ मिलकर खुशियां मनाते हैं। जैसे जन्मदिन, शादी की सालगिरह आदि। ऐसे मौकों पर परिवार के लोग एक या दो बार किसी पास की आंगनबाड़ी में जाकर बच्चों को चॉकलेट, डायफू्रट, जलेबी आदि वितरित करें, इससे एक अलग ही खुशी मिलेगी, साथ ही बच्चों में नए संस्कार भी आएंगे। उन्होंने सामाजिक संगठनों से कहा कि स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें और स्वच्छ भारत में योगदान दे।
समाजसेवियों, विद्यार्थियों का हुआ सम्मान
कार्यक्रम के दौरान समाज को सहयोग करने वाले समाजसेवियों का सम्मान किया गया। इसमें राजन भाई पटेल, मयूर भाई पटेल, मनीष मंगरोलिया, जयेश मालानी को दानवीर भामाशाह सम्मान से नवाजा गया। इसी प्रकार गुजराती समाज द्वारा संचालित स्कूल के बच्चों को भी सम्मानित किया गया।