script

अमेरिका से पढ़कर आई है यह सरपंच, पीएम मोदी को करती है ‘सपोर्ट’, अपनी सोच से बदल दी है पूरे पंचायत की तस्वीर

locationभोपालPublished: Jun 01, 2019 06:17:50 pm

Submitted by:

Pawan Tiwari

जानिए, बरखेड़ी पंचायत की सरपंच भक्ति शर्मा की कहानी

sarpanch bhakti sharma story

अमेरिका से आई है यह सरपंच, पीएम मोदी को करती हैं ‘सपोर्ट’, अपनी सोच से बदल दी है पूरे पंचायत की तस्वीर

भोपाल.शहरी चकाचौंध को छोड़ आज की तारीख में कहां कोई युवा गांव की ओर रुख करना चाहता है। लेकिन आज चार साल पहले मध्यप्रदेश की भक्ति शर्मा ने इन धारणाओं को तोड़ गांव लौटी थी। तब वह अमेरिका में रहती थीं, चाहती तो वहां लाखों की नौकरी कर सकती थी। लेकिन गांव से प्यार ने उन्हें यहां तक खींच लाया।
भक्ति शर्मा मार्च 2015 में भोपाल से सटे फंदा ब्लॉक के बरखेड़ी गांव की सरपंच चुनी गई। उस वक्त भक्ति शर्मा 25 साल की थीं। भक्ति शर्मा जब चुनाव जीतकर आईं तो ज्यादातर अखबारों की सुर्खियों में थीं। चर्चा इसलिए ज्यादा हो रही थी कि भक्ति शर्मा अमेरिका से यहां आई थी। अपनी सोच और जज्बे के सहारे भक्ति ने पंचायत की पूरी तस्वीर बदल दी है।
इसे भी पढ़ें:

sarpanch bhakti sharma story
 

सरपंच चुनी जाने के बाद राष्‌ट्रीय फलक पर उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई है। अमेरिका के टेक्सास लौटकर आईं भक्ति ने हिंदुस्तान में यंग जेनरेशन के लिए एक आइकॉन बनीं। साथ ही देश की 100 लोकप्रिय महिलाओं की सूची में भक्ति शर्मा का नाम भी दर्ज हो गया। भक्ति शर्मा ने राजनीति शास्त्र से एमए किया है। साथ ही वह वकालत की पढ़ाई भी कर रही हैं।
ऐसा है अंदाज
राजधानी भोपाल से करीब 16 किलोमीटर दूर भक्ति शर्मा के पंचायत का नाम बरखेड़ी अब्दुल्ला है। भक्ति पंचायत के लोगों के साथ हमेशा इंटरएक्शन करती हैं, उनकी समस्याओं को सुनती हैं। हमेशा लोगों को अहसास करवाती हैं कि हम आपके के बीच की ही हैं। भक्ति के शौक की अगर बात करें तो उन्हें ट्रैक्टर चलाना, गाड़ी ड्राइव करना और पिस्टल रखना पसंद है।
sarpanch bhakti sharma story
 

ऐसे बदलीं पंचायत की तस्वीर
एक नई सोच के साथ भक्ति शर्मा ने अपने पंचायत की कमान संभाली थी। उन्होंने अपने पंचायत को पहले ओडीएफ बनाया। साथ ही पंचायत के हर व्यक्ति के बैंक खाते खुलवाए। गरीबों के राशनकार्ड बनवाए औऱ किसानों के मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनवाया।
sarpanch bhakti sharma story
 

बेटियों के लिए की पहल
भक्ति शर्मा ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि उन्होंने सरपंच बनते ही सबसे पहला काम गांव में हर बेटी के जन्म पर दस पौधे लगाना और उनकी मां को अपनी दो महीने की तनख्वाह देना। उन्होंने सरपंच की तनख्वाह को लोगों को सरपंच मानदेय के नाम शुरू की।
sarpanch bhakti sharma story
 

पंचायत भवन बनवाया
जब भक्ति शर्मा सरपंच बनीं थीं तो उनके पंचायत में को पंचायत भवन नहीं था। उन्होंने वहां पंचायत भवन का भी निर्माण करवाया।

sarpanch bhakti sharma story
 

पीएम मोदी की हैं सपोर्टर
भक्ति शर्मा के फेसबुक एकाउंट पर जाएंगे तो उनकी जो तस्वीरें मिलेंगी वो या तो पंचायत के लोगों के साथ मिलेंगी या फिर किसी कार्यक्रम नजर आती हैं। लेकिन लोकसभा चुनावों के दौरान भक्ति शर्मा मोदी के सपोर्ट में पोस्ट करती रहीं। उन्होंने भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा को भी वोट देने की अपील की थी।
7 जून को शी कॉनक्लेव को करेंगी संबोधित
वहीं, एक बार फिर से भक्ति शर्मा 7 जून को इंदौर में आयोजित शी कॉनक्लेव को संबोधित करेंंगी। इसका आयोजन फीकी के द्वारा करवाया गया है। इसमें स्त्रियों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस कार्यक्रम में वैसी महिलाएं शामिल होंगी जिन्होंने अपने दम पर समाज में अपनी अलग पहचान बनाई है।

ट्रेंडिंग वीडियो